अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होने के बाद पंचकोसी परिक्रमा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामनगरी पहुंचे। मेले के समापन तक पुलिस बल भी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आया।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: श्री रामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद पहली बार कार्तिक परिक्रमा मेले में आस्था का जनसैलाब दिखा। शुक्रवार को शुरू हुई पंचकोसी परिक्रमा में लाखों की संख्या में दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू की। 24 घंटे परिक्रमा पथ श्रद्धालुओं के वृत्त से घिरा रहा। दिन भर सरयू के स्नान घाट और प्रमुख मंदिरों जैसे श्री राम जन्मभूमि, हनुमान गढ़ी,कनक भवन और नागेश्वरनाथ मंदिर पर दर्शनार्थियों का हुजूम पूजन-अर्चना करता रहा। पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था में डटी रही। बीती देर शाम से कुछ श्रद्धालुओं की वापसी का दौर शुरू हो गया जबकि अभी भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या में डटे है। इसी के साथ मेले के दो मुख्य पर्व का समापन हो गया है। अब कार्तिक पूर्णिमा स्नान 8 नवंबर को है। इस दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। इस लिए भीड़ अधिक होने का अनुमान है।
समय बीतने के साथ जन समुद्र में तब्दील हो गया था परिक्रमा मार्ग
अयोध्या के प्रसिद्ध कार्तिक परिक्रमा मेले की शुरुआत 1 नवंबर की मध्यरात्रि से 14 कोसी परिक्रमा के साथ हुई । लगभग 45 किलोमीटर नंगे पांव चलकर श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था के चरमोत्कर्ष को छुआ। 24 घंटे चलने वाली परिक्रमा में देश के विभिन्न प्रदेशों से लाखों लोग आए। जिला प्रशासन ने इनकी संख्या का आंकलन 40 लाख किया। इसके बाद गुरुवार की शाम को शुरू हुई पंचकोसी परिक्रमा शुक्रवार की शाम को समाप्त हुई। दोनों परिक्रमा में श्रद्धालुओं की आस्था इस कदर दिखी, कि मुहूर्त से घंटों पहले श्रद्धालु परिक्रमा पथ पर चल पड़े। जैसे-जैसे समय की रफ्तार बढ़ी। परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं का कारवां भी बढ़ता गया । जो कुछ देर बाद जनसमुद्र में तब्दील हो गया। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस बार जितनी भीड़ दोनों परिक्रमा मेले में दिखी उतनी भीड़ शायद पहले कभी नही हुई।
4 दिन में ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया रामलला का दर्शन
राम मंदिर के प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अधिक आंकी गई है। 14 कोसी परिक्रमा मेले के 2 दिन में लगभग सवा लाख और पंचकोशी परिक्रमा के 2 दिन में इससे कुछ अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दरबार में माथा टेका। कुल मिलाकर 4 दिन में ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। यह रेकॉर्ड पिछले मेलों की अपेक्षा अधिक है ।
श्रद्धालुओं में दिखी राम मंदिर निर्माण को देखने की उत्सुकता
बहुत लोगों ने परिक्रमा शुरू करने के पहले ही रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई ,और दर्शन मार्ग से मंदिर निर्माण को होते देखा दूर से देखा। कानपुर से परिक्रमा करने आई उमा अवस्थी, मणिकांत और अमित बताते हैं कि वह 10 वर्ष पहले परिक्रमा मेले में परिवार के साथ आये थे। इस बार परिक्रमा इस लिए भी करने आए है कि मंदिर बन रहा है। उसे बनते देख सके । उन्होंने कहा केंद्र और प्रदेश की सरकार अयोध्या को विकास के पथ पर आगे ले जा रही है। यह दिखने लगा है। दीपोत्सव में जिस तरह मोदी और योगी ने अयोध्या को जन-जन तक पहुंचाया वह देशवासियों के लिए यादगार साबित हुआ है। इसी तरह बिहार से आए 70 वर्षीय कमलापति कहते है कि वे लगभग 30 साल से परिक्रमा करने आ रहे है लेकिन इस बार जो मन मे सुकून मिला वो पहले नही मिला था। मंदिर के साथ अयोध्या भी सज रही है। उनका विस्वास है अगले वर्ष वे राम लला का दर्शन मंदिर में करेंगे और अयोध्या पूरी तरह विकसित दिखेगी।
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