
नई दिल्ली/अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि (Ram Janmbhoomi) तीर्थक्षेत्र अयोध्या (Ayodhya) में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है। इस मंदिर का निर्माण कार्य 2024 के आखिर तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं मंदिर का गर्भगृह दिसंबर, 2023 तक पूरा हो जाएगा। राम मंदिर परिसर में भगवान राम के अलावा उनके जीवन से जुड़े कई अहम लोगों के मंदिर भी बन रहे हैं, जिनमें वाल्मीकि, निषाद राज और शबरी मंदिर हैं। बता दें कि राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में हर दिन लाखों श्रद्धालु पहुंचेगे। ऐसे में योगी सरकार ने अगले दो सालों में अयोध्या को इंटरनेशनल सुविधाओं से लैस करने का फैसला किया है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने एक इंटरव्यू में एशियानेट न्यूज के राजेश कालरा को अयोध्या में योगी सरकार के हाईटेक प्लान के बारे में काफी कुछ बताया।
मंदिर बनने के बाद जब देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे तो ऐसे में इतने लोगों को मैनेज करने और उनकी सुरक्षा के लिए शहर में किस तरह के इंतजाम किए जाएंगे? इस सवाल पर नृपेन्द्र मिश्रा ने कहा- ये एक बहुत बड़ा चैलेंज है। ये जिम्मेदारी तो यूपी सरकार की है और मैं कह सकता हूं कि इतना सहयोग संभवत: किसी भी राज्य सरकार का नहीं मिल सकता था, जितना उत्तर प्रदेश सरकार से मिला। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस काम के लिए और इस शहर को इंटरनेशनल सुविधाओं से लैस करने के लिए अगले दो साल का लक्ष्य रखा गया है।
अध्योध्या में बनेगी स्मार्ट सिटी :
मिश्रा ने बताया कि यूपी के मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव दोनों ही यहां हर महीने आते हैं। वो यहां के काम के साथ ही सिक्योरिटी इंतजाम और शहर के विकास कार्यों को भी देखते हैं। कहा जा रहा है कि अयोध्या में स्मार्ट सिटी बनाई जा रही है, जिसमें 1000 से 1200 एकड़ जमीन ली जाएगी। उसमें जमीन का आवंटन इस तरह किया जाएगा कि जो भी राज्य चाहेगा, वो वहां अपना गेस्ट हाउस बना सकेगा।
अयोध्या की स्मार्ट सिटी में होंगी ये सुविधाएं :
इसके अलावा अगर कोई विदेशी सरकार जैसे नेपाल या मॉरीशस अयोध्या में अपने लोगों के लिए गेस्ट हाउस बनवाना चाहें तो उसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है। अयोध्या स्मार्ट सिटी में हॉस्पिटल, ऑडिटोरियम के अलावा कई जरूरी सुविधाएं मौजूद रहेंगी। लेकिन ये सभी सुविधाएं पूरे शहर में और सभी नागरिकों को देनी होंगी सिर्फ 1200 एकड़ में देना पर्याप्त नहीं होगा।
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मंदिर की सुरक्षा के लिए स्पेशल टास्क फोर्स :
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राम मंदिर की सुरक्षा के लिए एक स्पेशल फोर्स का गठन किया जाएगा। इसके लिए राम मंदिर निर्माण समिति में बीएसएफ के रिटायर्ड डीजी केके शर्मा को भी शामिल किया गया है। उनकी लीडरिशप में सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और सिविल पुलिस की एक ज्वांइट यूनिट तैयार होगी, जिसमें खुफिया विभाग के जवान भी होंगे। दिसंबर, 2023 तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर का गर्भगृह श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा, ऐसे में यहां सुरक्षा की जिम्मेदारी इसी यूनिट को सौंपी गई है।
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