भारत इस्लाम और कश्मीर के खिलाफ...ब्रिटिश सांसद के सवाल पर बरेली के मौलाना का करारा जवाब

Published : Apr 25, 2022, 04:28 PM ISTUpdated : Apr 25, 2022, 05:30 PM IST
भारत इस्लाम और कश्मीर के खिलाफ...ब्रिटिश सांसद के सवाल पर बरेली के मौलाना का करारा जवाब

सार

बरेली के मौलाना ने ब्रिटिश सांसद नाज शाह को करारा जवाब दिया है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की इस जवाब की जमकर तारीफ हो रही है। लोग सोशल मीडिया पर उनकी जमकर सराहना कर रहे हैं।

बरेली: ब्रिटिश सांसद नाज शाह के द्वारा ट्विटर पर किए गए पोस्ट का बरेली के मौलाना ने करारा जवाब दिया है। यह जवाब मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के द्वारा दिया गया है। दरअसल ब्रिटिश सांसद की ओर से ट्वीट कर कहा गया था कि भारत इस्लाम के खिलाफ और कश्मीर के खिलाफ अपनी गतिविधियां बंद करे। इस पर मौलाना शहाबुद्दीन रजनी ने साफ तौर पर कहा कि इसमें किसी को भी शक नहीं होना चाहिए। मौलाना ने कहा कि कश्मीर कल भी हमारा था और आज भी हमारा है और भविष्य में भी हमारा ही रहेगा। जिसके बाद सोशल मीडिया पर मौलाना के इस बयान को लेकर जमकर तारीफ हो रही है। 

ब्रिटिश सांसद नाज शाह ने किया था पोस्ट 
इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री अपनी दो दिवसीय यात्रा यात्रा पर भारत हुए थे। इसी बीच सांसद नाज शाह ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस्लाम और कश्मीर को लेकर ट्वीट किया। इस ट्वीट के बाद तंजीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दी रजवी बरेलवी ने उन्हें जवाब दिया। यह जवाब विदेशी मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों को लेकर दिए गए थे। 

मौलाना ने दिया करारा जवाब 
मौलाना ने कहा कि कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा है और इसमें किसी को भी शक नहीं होना चाहिए। कश्मीर कल भी हमारा था और आज भी हमारा है। भविष्य में भी कश्मीर हमारा ही रहेगा। भारत के मुसलमानों को पूरी तरह से मुकम्मल धार्मिक आजादी हासिल है। 

इसी के साथ उन्होंने ब्रिटिश सांसद को ललकारते हुए कहा कि हमारे देश के अंदरुनी मामलात में किसी भी विदेशी व्यक्ति या फिर संगठन को दखल नहीं देना चाहिए। ये हमारे अंदरूनी मामलात हैं। हम इन चीजों को भारत में ही सुलझाना चाहते हैं। 

सपा नेता ने माता सीता और निषादराज को लेकर की आपत्तिजनक टिप्पणी, विरोध के बाद कहा- दोबारा नहीं होगी गलती

दरवाजे पर पहुंच बधाई गाने वाले किन्नर अब आपसे वसूलेंगे गृहकर, नगर निगम कर रहा है तैयारी

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

क्या है काशी तमिल संगमम 4.0: ऐतिहासिक थी तमिलनाडु के किसानों की एंट्री
Lucknow Weather Today: यूपी में शीतलहर, अगले 3 दिन ठंड से राहत की उम्मीद नहीं