अयोध्या में विधानसभा चुनाव खत्म होने के महज दो दिन बाद ही सिविल लाइन स्थित अयोध्या डीएम आवास के सामने भगवा कलर का दिशा सूचक बोर्ड हटा कर हरे रंग का लगा दिया गया है।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के जिले अयोध्या में पांचवें चरण का चुनाव 27 फरवरी को था। विधानसभा चुनाव खत्म होने के महज दो दिन बाद ही सिविल लाइन स्थित डीएम आवास के सामने भगवा कलर का दिशा सूचक बोर्ड हटा कर हरे रंग का लगा दिया गया है। जिला प्रशासन के इस कार्रवाई को लेकर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। लोगों का कहना है अधिकारियों की छटपटाहट दिखने लगी है। परिणाम आने तक का भी इंतजार नहीं कर पा रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिक होते हैं अधिकारी
सपा प्रत्याशी तेज नारायण पांडे कहते हैं, यह जो अधिकारी होते हैं इनसे बड़ा मौसम वैज्ञानिक कोई नहीं हो सकता। यह जान गए हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार आने वाली है और मुख्यमंत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बनने वाले हैं।
सोशल मीडिया में खूब हुई वायरल फोटो
2 मार्च की सुबह जैसे ही आवास के सामने से भगवा कलर के बोर्ड को हटाकर हरा कलर लगाया गया लोगों ने फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरू कर दिया। लोगों ने लिखा जहाज डूबता है तो चूहे पहले भागते हैं। इसी तरह से फेसबुक, टि्वटर और इंस्टाग्राम सहित कई माध्यमों से कमेंट किए जा रहे हैं और अयोध्या डीएम के इस क्रियाकलाप के निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं।
डीएम ने दी सफाई नहीं थी जानकारी
अयोध्या के डीएम नितिश कुमार से इस मामले में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा यह काम लोक निर्माण विभाग का है। इसलिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ही बता सकते हैं कि बोर्ड का रंग क्यों बदला गया है। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के ऊपर सख्त नाराजगी भी जाहिर कर जवाब तलब किया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि विभाग के नियमों में हरे रंग के बोर्ड पर ही दिशा सूचक पत्रिका तैयार करने का प्रावधान है। इसलिए यह किया गया है। प्रश्न यह उठता है कि चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद आखिर यह कार्रवाई किसके इशारे पर की गई और क्यो ? क्या डीएम के संज्ञान में आई बिना कोई अधिकारी यह कार्रवाई कर सकता है।