बीएचयू के इतिहास विभाग ने बीए के न्यू समेस्टर से रामायण और महाभारत के साथ वैदिक काल के इतिहास हटाने का मामला सामने आया है। जिसकी वजह से छात्रों में गुस्सा है। छात्रों ने इसको लेकर विभागध्यक्ष के सामने आपत्ति दर्ज कराई है।
वाराणसी (Uttar Pradesh). बीएचयू के इतिहास विभाग ने बीए के न्यू समेस्टर से रामायण और महाभारत के साथ वैदिक काल के इतिहास हटाने का मामला सामने आया है। जिसकी वजह से छात्रों में गुस्सा है। छात्रों ने इसको लेकर विभागध्यक्ष के सामने आपत्ति दर्ज कराई है। वहीं, छात्रों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद इतिहास विभाग में इसको लेकर बैठक चल रही है।
बीएचयू में फाड़ी गई वीर सावरकर की फोटो
एमए फर्स्ट ईयर के छात्र मंगलवार को जब रूम नंबर 103 में पहुंचे तो वीर सावरकर की फोटो दीवार से फाड़कर नीचे पड़ी थी। यही नहीं, फोटो पर स्याही भी पोती गई थी। इससे छात्रों में काफी आक्रोश है। जिसको देखते हुए विवि परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, बीएचयू के एचओडी ने घटना की निंदा करते हुए छात्रों को आश्वासन दिया है कि कमेटी गठित कर मामले की जांच कराई जाएगी।
बीएचयू में प्रोफेसर की नियुक्ति का विवाद
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में फिरोज खान को संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्त करने को लेकर विवाद चल रहा है। फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि, यूनिवर्सिटी साफ कर चुका है कि खान की नियुक्ति बीएचयू एक्ट, केंद्र सरकार और यूजीसी की गाइडलाइंस के तहत ही हुई है।
बीएचयू में छात्रों के दो गुट का विवाद
कुछ महीने पहले बीएचयू के बिरला हॉस्टल व लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल के छात्रों के बीच विवाद हुआ था। बीते दिनों किसी बात को लेकर दोनों हॉस्टल के तीन दर्जन से अधिक छात्र हिंसक हो गए और एक दूसरे के ऊपर पथराव करने लगे।विश्विद्यालय के चीफ प्रॉक्टर ओपी राय ने बताया, तीन दिन पहले छात्रों के दो गुटों में मारपीट का मामला सामने आया था। एक पक्ष ने थाने में तहरीर भी दी थी। यह बात जब दूसरे ग्रुप के छात्रों को पता चली तो माहौल बिगड़ गया। जिसके बाद छात्रों के बीच मारपीट व पथराव हुआ।