चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को तोहफा देने जा रही है। यात्रा के दौरान दुर्घटना की स्थिति में हर भक्त को एक लाख रुपए का बीमा प्रदान करेंगी। चारधाम यात्रा में दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं की इस दौरान दुर्घटना की वजह से मौत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए समिति ने फैसला लिया है।
देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना काल के लंबे अंतराल के बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में भारी मात्रा में श्रद्धालु पहुंच रहे है। इतना ही नहीं इस बार तो श्रद्धालुओं ने सारे रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। तो वहीं दूसरी ओर यात्रा के दौरान हो रही मौते बेहद दुख का विषय है। तीर्थयात्रियों की यात्रा के दौरान हो रही मौते पर बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बड़ा ऐलान किया है। समिति ने कहा कि चार धाम मंदिरों के परिसर में दुर्घटना की स्थिति में प्रत्येक भक्त को एक लाख रुपए का बीमा प्रदान करने का निर्णय लिया है।
दो से तीन महीनों में पहुंचता था आकंड़ा
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का यह फैसला काफी सराहनीय है क्योंकि यात्रा के दौरान कई लोगों की मौत दुर्घटना के चलते हो जाती है। श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने चार धाम मंदिरों के परिसर में दुर्घटना की स्थिति में प्रत्येक भक्त को एक लाख रुपये का बीमा प्रदान करने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं समिति ने आंकड़ों पर कहा कि एक महीने में करीब छह लाख से ज्यादा लोगों ने भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए है। इतनी संख्या तो तब होती थी जब यात्रा के दो से तीन महीने बीत जाते थे। लेकिन इस बार यात्रा ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है।
भारतीय सेनाध्यक्ष मनोज पांडे ने किए थे दर्शन
आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे परिवार समेत बद्रीनाथ धाम पहुंचकर बाबा के दर्शन किए थे। इस दौरान उन्होंने 102 किलो का घंटा बद्रीनाथ धाम के सिंहद्वार पर चढ़ाया था। यात्रा के दौरान उनके साथ भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी भी मौजूद रहे। थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडे के वहां पहुंचने पर बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने कहा कि भारतीय नागरिक चाहता है कि उन्हें भी सीमा दर्शन कराए जाएं।
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