विधायक का आरोप था कि पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुक एक शख्स का नाम पांच महीने से मतदाता सूची में नहीं जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा कई और शिकायतें हैं, जिन पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, इसलिए वह धरने पर बैठे थे।
प्रतापगढ़ (Uttar Pradesh) । बीजेपी विधायक धीरज ओझा बुधवार को डीएम आवास पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान जमीन पर लेटकर भी प्रदर्शन किए। आरोप लगाया कि एसपी आकाश तोमर ने उन्हें गोली मारने की धमकी दी। उन्होंने उन्हें मारा और कपड़े फाड़ दिए। बता दें कि डीएम आवास से जब विधायक निकले तो उनके कपड़े फटे हुए थे। दूसरी ओर पुलिस कर्मियों का कहना है कि विधायक ने खुद ही अपने कपड़े फाड़ लिए थे।
जमीन पर बैठकर डीएम ने समझाया
विधायक के धरने पर बैठ जाने से राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारे में खलबली मच गई। डीएम डॉ. नितिन बंसल भी उन्हें जमीन पर बैठकर काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने, उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं होती, वह धरने पर बैठे रहेंगे।
इस कारण बिगड़ी बात
एसपी ने विधायक के धरने को अनुचित करार दिया तो विधायक से उनकी तीखी बहस होने लगी। इस दौरान दोनों में धक्कामुक्की भी हुई। विधायक ने आरोप लगाया कि SP ने उन पर हमला किया है। निर्वाचित जनप्रतिनिधि का अपमान किया है, धमकी दी है। इसे वह बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं। डीएम उन्हें मनाने में लगे थे।
विधायक का था ये आरोप
विधायक का आरोप था कि पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुक एक शख्स का नाम पांच महीने से मतदाता सूची में नहीं जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा कई और शिकायतें हैं, जिन पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, इसलिए वह धरने पर बैठे थे।