कोरोना संदिग्ध की मौत होने के बाद रात भर उसका शव घर के बाहर पड़ा रहा लेकिन किसी ने भी उसको उठाने की जहमत नहीं उठाई। पड़ोसियों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को भी इसकी सूचना दी। पुलिस और 108 एम्बुलेंस मौके पर तो पहुंची लेकिन देख कर वापस लौट आई
कानपुर(Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर में मानवता को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक कोरोना संदिग्ध की मौत होने के बाद रात भर उसका शव घर के बाहर पड़ा रहा लेकिन किसी ने भी उसको उठाने की जहमत नहीं उठाई। पड़ोसियों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को भी इसकी सूचना दी। पुलिस और 108 एम्बुलेंस मौके पर तो पहुंची लेकिन देख कर वापस लौट आई। स्वास्थ्य विभाग की टीम रात भर इंतजार करने के बाद भी नहीं पहुंची। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस की मदद से लोडर पर लाद कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिधनू थाना क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी 50 वर्षीय ओम द्विवेदी आविवाहित थे और अकेले रहते थे। पड़ोसियों ने बताया कई दिनों से उन्हें खांसी और बुखार था। जिससे कोई उनके पास नहीं जाता था। सोमवार दोपहर घर के बाहर वह बैठे थे। खांसते-खांसते जमीन पर गिर पड़े। पड़ोसियों ने कोरोना संदिग्ध मानते हुए दूर से देखा तो उनकी सांसें थम चुकी थी। पड़ोसियों ने कंट्रोल रूम और 108 डायल कर एंबुलेंस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस व 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और कोरोना से मौत बता कर वापस लौट गई।
परिजनों ने डीएम को भी किया फोन
मृतक ओम के चचेरे भाई विनीत द्विवेदी को जानकारी हुई तो वह शाम को गांव पहुंचे। विनीत के मुताबिक उन्होंने जिलाधिकारी को फोन किया तो उन्होंने सीएमओ का नंबर देकर बात करने के लिए कहा। सीएमओ को फोन कर पूरी जानकारी दी। मृतक के भाई का आरोप है कि सीएमओ ने कहा कि जो मन में हो वह करो, कोई स्वास्थ्य एंबुलेंस वहां पर नहीं आ पाएगी। शव दरवाजे पर ही पड़ा रहा। दहशत में ग्रामीण पूरी रात एंबुलेंस का और टीम का इंतजार करते रहे। लेकिन न तो एंबुलेंस पहुंची और न ही स्वास्थ्य महकमे की टीम। सुबह पुलिस की मदद से मृतक के शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
सीएमओ ने कहा मामले की होगी जांच
मामले में सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि सूचना पर एंबुलेंस और स्वास्थ्य महकमे को टीम को भेजने के निर्देश दिए गए थे। आखिर वह पूरी रात क्यों नहीं पहुंची? इसकी जांच कराएंगे। वहीं बिधनू थाना अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने बताया कि वृद्ध की मौत की सूचना के बाद एंबुलेंस को लेकर चौकी के सिपाही पहुंचे थे। मगर कोरोना संदिग्ध वाली बात जानकर वह भी वापस लौट गए. शव को सुबह पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।