मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार में नहीं बल्कि उससे पहले की रही सरकारों के समय से ही यहां काफी चीनी मिलें बंद चल रही थीं। मायावती ने कहा कि बाद में उन्हीं में से कुछ चीनी मिलें हटाई गईं। इन सब प्रकरण को लेकर बसपा पर जबरदस्ती पूर्व की सरकारों की कमियां थोपना ठीक नहीं है।
लखनऊ: केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानून (Farmer Bill) को वापस लेने के बाद किसानों का आंदोलन भी समाप्त हो गया है, लेकिन इसको लेकर राजनीति अभी भी जारी है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने रविवार को दो ट्वीट में अपनी सरकार के कार्यकाल को किसानों के लिए सबसे बेहतर बताया।
बसपा ने रखा किसानों का ध्यान: मायावती
यूपी चुनाव 2022 (UP Election 2022) के पास आते ही एक खास बात देखने को मिली है। मायावती समेत कई नेता सोशल मीडिया (Social Media) पर सक्रिय होते नजर आ रहे हैं। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार में नहीं बल्कि उससे पहले की रही सरकारों के समय से ही यहां काफी चीनी मिलें बंद चल रही थीं। मायावती ने कहा कि बाद में उन्हीं में से कुछ चीनी मिलें हटाई गईं। इन सब प्रकरण को लेकर बसपा पर जबरदस्ती पूर्व की सरकारों की कमियां थोपना ठीक नहीं है।
मायावती ने कहा कि इसके साथ ही हाल ही में अभी हाल ही में बुंदेलखण्ड में यूरिया की कमी को किसान सड़कों पर उतरे। उन्होंने कहा कि वहां पर जो किसान सड़कों पर उतरे, उसे भी दूसरों पर थोपना उचित नहीं है। उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि बीएसपी की सरकारों में किसानों का हर मामले में पूरा-पूरा ध्यान रखा गया था, जिसे किसान भूले नहीं हैं।