यूपी विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा। जहां विपक्षी दल सरकार को महंगाई, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर घेरेगा, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। इस सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का बजट सत्र आज यानी सोमवार से शुरू होगा। पहला सत्र राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से शुरू होगा। सत्र में विपक्ष जहां सरकार को महंगाई, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर घेरेगा। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जो भी प्रश्न व मुद्दे सही नियम के तहत विधानसभा सचिवालय को प्राप्त होंगे। राज्य सरकार हर एक का जवाब देने और उनपर चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
नए सदस्य सदन में दे अधिक समय
लोकभवन में शनिवार शाम आयोजित भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विधायक पूरे समय सदन में उपस्थित रहें। आगे कहते है कि सदन में किसी भी मुद्दे या सवाल को रखने से पहले उस विषय की पूरी तैयारी करें। सीएम योगी कहते है कि सदन सबसे बड़ा मंच है, सदस्यों को इसका उपयोग कर अपने क्षेत्र के विकास और क्षेत्र की जनता को योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए करना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने विपक्ष से सहयोग की अपेश्रा की है। लेकिन विपक्ष अपने व्यवहार के अनुरूप काम करेगा। इसलिए सत्ता पक्ष के विधायकों को मजबूती के साथ सरकार का पक्ष रखना है। खासतौर पर नए सदस्यों को सदन में अधिक से अधिक समय देकर सदन की कार्यवाही को देखना और समझना चाहिए।
आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से शुरू होगा सत्र
समाजवादी पार्टी की अगुवाई में पहले से अधिक मजबूत हुआ विपक्ष कानून-व्यवस्था और बढ़ती महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। वहीं, सत्र से एक दिन पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल से शिष्टाचार मुलाकात की है। यूपी विधानसभा के विशेष सचिव ब्रज भूषण दुबे ने बताया कि सोमवार को विधानसभा और विधान परिषद के समवेत सदन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ राज्य विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत होगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह राज्य की 18वीं वधानसभा का पहला सत्र होगा। इस सत्र में वार्षिक बजट 2022-2023 आगामी 26 मई को सदन के पटल पर रखे जाने की संभावना है।
सत्र के पहले ही दिन हंगामा होने के आसार
18वीं विधानसभा का यह पहला सत्र हंगामेदार होने की संभावना है क्योंकि मंहगाई और कानून व्यवस्था समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर पहले से ही सरकार पर विपक्षी दल हमला बोल रहे है। सदन में तो ये मुद्दे आम होंगे जिनमें सरकार को पूरा घेरने की कोशिश करेंगे। इस बात पर सीसामऊ सीट से सपा विधायक हाजी इरफान सोलंकी ने बताया कि हम सरकार को सदन में घेरेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने-पीने की चीजों तक की महंगाई के लिए जिम्मेदार है। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बदतर हो चुकी है, वहीं प्रदेश का स्वास्थ्य क्षेत्र बुरे दौर से गुजर रहा है और अस्पतालों में मरीजों के तीमारदारों से मारपीट की जा रही है। राज्य की स्थिति बेहद गंभीर है। हम विधानसभा में इन सभी मुद्दों को उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे।
बसपा और कांग्रेस भी सरकार को घेरने के लिए तैयार
बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि मैं राज्य के लोगों की समस्याओं को उठाने की कोशिश करूंगा क्योंकि सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है। प्रदेश में महंगाई मुख्य समस्या है। इतना ही नहीं बिजली की कटौती भी एक प्रमुख परेशानी है। राज्य के गांवों में बहुत कम बिजली आ रही है, यहां तक कि राजधानी लखनऊ के वीआईपी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती हो रही है। वहीं महराजगंज की फरेंदा सीट से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश के लोग बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से बहुत परेशान हैं। ये ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें हम सदन में उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे। सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र को लेकर भाजपा ने आज विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा के सभी विधायक और एमएलसी पहुंचे। जबकि यूपी सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा हम उम्मीद करते हैं कि बहुत शालीनता के साथ शांतिपूर्ण माहौल में कल सदन चलेगा।
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