यूपी के कन्नौज में हुए बस हादसे में करीब 20 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। हादसा शुक्रवार रात दिल्ली-कानपुर जीटी रोड पर छिबरामऊ में घिलोई के पास हुआ। आमने-सामने भिड़ंत के बाद ट्रक और स्लीपर बस में आग लग गई, जिससे बस और ट्रक धू-धूकर जल उठे। बस में करीब 45 यात्री थे। कुछ ने खिड़की से कूदकर जान बचाई।
कन्नौज (Uttar Pradesh). यूपी के कन्नौज में हुए बस हादसे में करीब 20 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। हादसा शुक्रवार रात दिल्ली-कानपुर जीटी रोड पर छिबरामऊ में घिलोई के पास हुआ। आमने-सामने भिड़ंत के बाद ट्रक और स्लीपर बस में आग लग गई, जिससे बस और ट्रक धू-धूकर जल उठे। बस में करीब 45 यात्री थे। कुछ ने खिड़की से कूदकर जान बचाई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले के डीएम और एसपी को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने मृतकों के परिजन को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रु. सहायता राशि देने की घोषणा की। पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर हादसे पर शोक व्यक्त किया।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, फर्रुखाबाद की स्लीपर बस गुरसहायगंज से सवारियां लेकर जयपुर जा रही थी। रात करीब साढे आठ बजे छिबरामऊ से करीब चार किलोमीटर दूर घिलोई गांव के पास बेवर की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक से आमने सामने की भिड़ंत हो गई।
मदद की हिम्मत नहीं जुटा पाए युवक
घिलोई गांव के प्रत्यक्षदर्शी कुछ युवकों ने बताया, आग की लपटें इतनी तेज थी कि वो मदद के लिए पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। कुछ ही देर बाद बस में एक के बाद एक तीन विस्फोट हुए। इसी बीच दमकल की गाड़ियां वहां पहुंच गईं, लेकिन आग इतनी तेज थी कि कुछ ही देर में दमकल की गाड़ियों का पानी खत्म हो गया। फिर दूसरी गाड़ियां बुलवाई गई।
आग बुझने के बाद भी 80 डिग्री था बस का टेम्प्रेचर
हादसे के बाद राहत टीम ने रात करीब साढ़े दस बजे आग पर काबू पा लिया। लेकिन आग बुझने के बाद भी बस का तापमान 80 डिग्री था। जैसे ही अफसरों ने बस के अंदर जाने की कोशिश की, वैसे ही एक बार फिर आग सुलगने लगी।
डीएनए टेस्ट से होगा मृतकों की संख्या
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा, शव बुरी तरह जले हुए हैं, हड्डियां तक बिखरी हुई हैं, केवल डीएनए टेस्ट से ही मृतकों की सही संख्या बताई जा सकती है। हादसा इतना भीषण था कि मृतकों की संख्या डीएनए टेस्ट से ही तय की जा सकती है।