पत्नी की हत्या के आरोप में IAS उमेश सिंह के खिलाफ केस दर्ज, चचेरे भाई ने कहा-नौकरी से निकाल दे सरकार

मृतका के चचेरे भाई की तहरीर पर चिनहट कोतवाली में केस दर्ज किया गया।

Asianet News Hindi | Published : Sep 6, 2019 1:19 PM IST / Updated: Sep 06 2019, 07:15 PM IST

लखनऊ. सूडा के निदेशक आईएएस उमेश सिंह के खिलाफ पत्नी अनीता (42) की हत्या करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया है। मृतका के चचेरे भाई की तहरीर पर चिनहट कोतवाली में केस दर्ज किया गया। बता दें, बीते एक सितंबर को अनीता की संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई थी। गोली उसके सीने के आरपार हो गई थी। ससुरालवालों ने कहा था कि उसने आत्महत्या की। बता दें, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने खुद मामले पर संज्ञान लेते हुए विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

'आईएएस ने फोन कर दी धमकी'
अनीता के चचेरे भाई राजीव ने उमेश पर आरोप लगाते हुए कहा, वो मेरी बहन के साथ मारपीट करते थे। यही नहीं, उनके कई महिलाओं से संबंध भी हैं। बहन की मौत के 2 घंटे बाद पुलिस को सूचना दी गई। मामले की सीबीआइ से जांच होनी चाहिए। उसने मेरी बहन की हत्या की है। यही नहीं, एफआईआर दर्ज होने के बाद उमेश ने फोन कर मुझे धमकी भरे लहजे में केस वापस लेने की बात कही, लेकिन मैंने मना कर दिया।

नौकर ने उमेश से कही ये बात
राजीव ने कहा, हमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखने नहीं दी जा रही। घटनास्थल पर दरवाजे की सिटकनी देखने से लगता है कि साजिश हुई है। सोफे पर गोली मारी गई, तो सिर के पीछे कैसे चोट लगी? नौकर ने मुझे बताया कि अक्सर उमेश और अनीता के बीच झगड़ा होता था। वो हमेशा अपने पति से बोलती थी, तुम गंदे हो-चरित्रहीन हो। बहन की हत्या हुई है या फिर आत्महत्या के लिए उकसाया गया, इसकी स्पष्ट जांच होनी चाहिए। सरकार को ऐसे अपराधी को नौकरी से बर्खास्त कर जेल भेज देना चाहिए, जिससे केस प्रभावित न हो। 

'बहन के बच्चों को भी किया जा रहा प्रताड़ित'
यही नहीं, उन्होंने कहा कि उमेश के दो बच्चे हैं। बहन की मौत के बाद मैं उनके घर गया था। बेटा सामने नहीं आया। बेटी आई, लेकिन कुछ नहीं बोली। घर में दहशत का माहौल है। बच्चों को भी प्रताड़ित किया जा रहा है, जितनी जल्दी कार्रवाई होगी उतना जल्द न्याय मिलेगा। दो महीने पहले एक कार्यक्रम में अनीता आई थी, काफी गुमसुम लग थी। ऐसा बताया गया​ कि उसका दिल्ली के डॉ नीलेश तिवारी से ट्रीटमेंट चल रहा था। एफएसएल की रिपोर्ट से राज खुलेगा। उमेश ने जांच प्रभावित कर दी है। उसकी अकसर सीएम योगी से मुलाकात होती रहती है। उसपर भ्रष्टाचार का भी आरोप है। सूडा में 75 प्रोजेक्ट मैनेजर हैं, उन सब से वो डेढ़ लाख रुपए प्रति प्रोजेक्ट लेते थे।

जानें आईएएस ने क्या कहा
उमेश प्रताप सिंह ने कहा, आरोप लगाने वाले राजीव कुमार सिंह को मैंने पिछले 22 सालों में अपने घर या किसी सुख-दुख में नहीं देखा। मेरी फैमिली का इनसे कोई संबंध नहीं है, मुझे सिर्फ बदनाम किया जा रहा है। मैं अपनी पत्नी की 13वीं संस्कार की तैयारी कर रहा हूं। ऐसे समय में इस तरह के आरोप लगाकर मुझे और फैमिली को बदनाम किया जा रहा है। 

बेटी ने दिया ये बयान
मृतका की बेटी उपासना ने कहा, मैं तो किसी राजीव सिंह को जानती। उनका तो हमारे परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। इस समय फैमिली में सब बहुत दुखी हैं, ऐसे में कुछ लोग अपनी हरकत से हमको और दुखी कर रहे हैंं। 

पुलिस का क्या है कहना 
सहायक पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने बताया, तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बाकी पहलूओं पर भी जांच की जा रही है।

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