
हाथरस. पश्चिम यूपी के चर्चित हाथरस कांड की जांच शुरू करने के लिए CBI की टीम रविवार देर शाम चंदप्पा थाना क्षेत्र के बूलागढ़ी गांव में पहुंच गई है। सीबीआई CBI की टीम दिल्ली से अधिकारियों की ब्रीफिंग के बाद यहां पर पहुंची है। सीबीआई ने रविवार को ही इस मामले में केस दर्ज किया था। केस दर्ज करने से पहले यूपी सरकार ने सीबीआई को जांच की अनुशंसा भेजी थी।
हाथरस कांड की जांच के लिए यूपी सरकार पहले एसआईटी भी बना चुकी है, जिसे हाल ही में 10 और दिनों का वक्त दिया गया है। एसआईटी को होम सेक्रेटरी भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में बनाया गया था और इसे 7 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए थे। बाद में एसआईटी ने 10 दिन का वक्त और मांगा था, जिसपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी स्वीकृति दे दी थी। हाथरस के इस चर्चित कांड में अब कई थ्योरी सामने आने लगी है, जिसे देखते हुए सीबीआई की जांच को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
केस की सच्चाई लाने के लिए होगी सख्त पूछताछ
इस मामले में अब कई और तरह के ऐंगल सामने आने लगे हैं। पीड़िता के परिवार से लेकर गांव के लोगों तक सभी अलग-अलग तरह से सवालों के घेरे में हैं। वहीं सरकार के स्तर से भी कई बयान सामने आने के बाद, अब सीबीआई की जांच को इस मामले में काफी अहम माना जा रहा है। देखने वाली बात ये होगा कि पुलिस और एसआईटी अभी तक इस केस से जुडी ऐसी कौन सी परत नहीं खोल पाई थी जो CBI के आने के बाद खुलेगी।
आज लखनऊ बेंच में बयान देने जाएगा परिवार
दूसरी ओर हाथरस की पीड़िता के परिवार के पाच सदस्य सोमवार की सुबह पुलिस सुरक्षा में हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में बयान देने जाएंगे। दरअसल, पुलिस का उनको रविवार को ही ले जाने का प्लान था। लेकिन परिवार ने खुद की जान का खतरा बताते हुए रात में जाने से मना कर दिया। हाथरस कांड का हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया है और 12 अक्टूबर को प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एसपी और डीएम हाथरस को तलब किया है।
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