चारधाम यात्रा: यात्रियों के साथ मौतों का भी बन रहा रिकॉर्ड! महज एक माह में 117 तीर्थयात्रियों की मौत

चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की मौत के सामने आ रहे आंकड़ों से सभी हैरान है। महज एक माह के भीतर ही 117 लोगों की मौत होने के बाद इसके पीछे के कारणों पर मंथन जारी है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Jun 1, 2022 9:25 AM IST

देहरादून: चार धाम यात्रा में इस बार मौतों का आंकड़ा अपने पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहा है। यात्रा शुरू होने के एक माह से कम वक्त में ही इस बार मौतों का आंकड़ा 117 हो गया है। यह इस वजह से भी चिंता का कारण है क्योंकि 2019 में पूरी चार धाम यात्रा में करीब छह माह में कुल 90 मौतें हुई थी। इससे पहले 2018 में 102 औऱ 2017 में 112 श्रद्धालुओं की मौत पूरी यात्रा अवधि के दौरान हुई थी। 

टूट रहे मौत के आंकड़े 
सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि इस बार आखिर ऐसा क्या बदलाव हुआ है जो मौतों का आंकड़ा इतना अधिक बढ़ रहा है। चार धाम यात्रा में 30 मई की शाम तक मृतकों की संख्या 117 तक पहुंच चुकी है। अभी तक चार धाम यात्रा में 13 लाख 44 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। इस बार यात्रा के दौरान ज्यादातर मौतों का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। इसके पीछे कोविड की थ्योरी भी सामने आ रही है। डॉक्टर भी ज्यादातर मौतों के पीछे का कारण कोविड संक्रमण का असर ही मान रहे हैं। मीडिया रिपोर्टस में विज्ञानियों की संस्था स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भी माना है कि ग्लोबल डाटा में हार्ट अटैक से हो रही मौतों का संबंध कोविड से जुड़ने की संभावना बढ़ती हुई दिखी है। 

जिम्मेदार कह हैं चाक-चौबंद है व्यवस्थाएं
इस बीच कई रिपोर्टस स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं को लेकर भी सवाल खड़े कर रही हैं। कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य के लिहाज से सरकार ने यहां पुख्ता इंतजाम ही नहीं किए हैं। हालांकि जिम्मेदार इससे इंकार कर रहे हैं। जिम्मेदारों का कहना है कि यात्रा रूट पर अब 112 एंबुलेंस के साथ हेल्थ इमरजेंसी के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी है। इसी के साथ अन्य डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी वहां मौजूद है। 

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