उत्तराखंड के हरिद्वार में सोमवती अमावस्या को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं यात्रियों की तलाशी लेते हुए संदिग्धों से पूछताछ भी कर रही है।
हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में सोमवार को सोमवती अमावस्या के स्नान को लेकर प्रशासन सुरक्षा और व्यवस्था की दृष्टि से जांच शुरू कर दी है। सोमवती अमावस्या स्नान को लेकर हरिद्वार में जीआरपी व आरपीएफ ने डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते के साथ रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान चलाया। इतना ही नहीं इस दौरान रेलवे स्टेशन पर बैठे यात्रियों के बैग की तलाशी भी ली गई। साथ ही कई संदिग्धों से पूछताछ भी की गई है।
पूर्व में बम से उड़ाने की मिली थी धमकी
कुछ दिनों पहले हरिद्वार समेत कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। जिसके बाद से जीआरपी व आरपीएफ पूरी तरह सतर्क है। इसी वजह से अमावस्या के स्नान को लेकर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने सोमवार को होने वाले सोमवती अमावस्या स्नान को ध्यान में रखते हुए पांच सुपर, 16 जोन और 39 सेक्टरों में बांटा है। सोमवती अमावस्या में स्नान की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने समीक्षा बैठक की। एसपी सिटी को नोडल अधिकारी नामित किया।
डीएम व एसएसपी ने की समीक्षा बैठक
समीक्षा बैठक में डीएम विनय शंकर पांडेय और एसएसपी योगेंद्र सिंह ने कहा कि स्नान पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसकी सूचना गंगा सभा, अभिसूचना इकाई एवं अन्य स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार लाखों श्रद्धालु आ सकते हैं। इसलिए स्नान पर्व की ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को सतर्कता से ड्यूटी करने के निर्देश दिए है। साथ ही यातायात प्लान को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश भी दिए गए है। यह बैठक ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के सभागार में आयोजित हुई थी।
ज्यादा भीड़ होने वाले स्थानों पर बरती जाए सतर्कता
डीएम विनय शंकर पांडेय ने कहा कि पहले भी आतंकी धमकी को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जाएगी। वहीं एसएसपी ने कहा कि मेले में बाहरी संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन के लिए अभियान भी चलाया जाएगा। इतना ही नहीं सभी वाहनों की चेकिंग सुनिश्चित की जाए और कोई संदिग्ध वस्तु मिलने पर उसकी तुरंत जांच की जाए। अधिकारियों का कहना है कि ज्यादा भीड़ वाले स्थानों हरकी पैड़ी, मंशा देवी, चंडी देवी मंदिर एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर विशेष सतर्कता बरती जाए।
ड्यूटी प्रभारी को जिम्मेदार मानते हुए होगी कार्रवाई
एसएसपी व जिलाधिकारी ने निर्देश दिए है कि रविवार की रात को ही सभी घाटों को खाली करा दिया जाए। जानकारी के अनुसार आजकल बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरकी पैड़ी और आसपास के घाटों पर ही सो जाते हैं। इसकी वजह से सुबह से शुरू होने वाले स्नान के दौरान परेशानी का सामना हो सकता है। इसलिए रात दो बजे ही घाट श्रद्धालुओं के लिए खाली करा दिए जाए। पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए है कि हाइवे पर कोई भी वाहन पार्क नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो ड्यूटी प्रभारी को जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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