20-21 जनवरी को माघ मेला में संपन्न विहिप के मार्गदर्शक मंडल व वृहत संत सम्मेलन में चैत्र प्रतिपदा में मंदिर निर्माण शुरू करने की मांग उठी थी। संत सम्मेलन में सीएम को भी शामिल होना था, लेकिन नहीं आ सके थे। इसलिए प्रयाग पहुंचते ही कार्यक्रम बदलकर मुख्यमंत्री संतों से मिले हैं।
प्रयागराज (Uttar Pradesh) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला क्षेत्र में संतों से मुलाकात की। करीब 10 मिनट की बातचीत में राम मंदिर निर्माण और आंदोलन से जुड़े संतों को ट्रस्ट में जगह देने पर चर्चा हुई। खबर है कि माघ मेला में संतों से आशीर्वाद लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट में अयोध्या आंदोलन से जुड़े संतों की अहम भूमिका होगी।
महंत नृत्य गोपाल दास को दिलाए ये भरोसा
मुख्यमंत्री सबसे पहले महंत नृत्य गोपाल दास के शिविर में पहुंचे। महंत नृत्य गोपाल दास को भरोसा दिलाया कि आपके सामने राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा, यह श्रेष्ठ बात है। आपकी मौजूदगी में ही मंदिर का उद्घाटन भी होगा। संतों ने राम मंदिर निर्माण का जो बीज बोया था, अब वह पेड़ बन गया है।
इन संतों से की वार्ता
मुख्यमंत्री ने पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, स्वामी वासुदेवानंद व संतोष दास से मुलाकात की।
अशोक सिंहल को किए याद
सीएम ने कहा कि स्वामी अवेद्यनाथ, अशोक सिंहल सहित कई संतों ने राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत की थी। वे सभी अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन जो हैं, उन्हें ट्रस्ट में जगह जरूर दी जाएगी।
कार्यक्रम में परिवर्तन कर पहुंचे थे सीएम
बता दें कि 20-21 जनवरी को माघ मेला में संपन्न विहिप के मार्गदर्शक मंडल व वृहत संत सम्मेलन में चैत्र प्रतिपदा में मंदिर निर्माण शुरू करने की मांग उठी थी। संत सम्मेलन में सीएम को भी शामिल होना था, लेकिन नहीं आ सके थे। इसलिए प्रयाग पहुंचते ही कार्यक्रम बदलकर मुख्यमंत्री संतों से मिले हैं।