यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम-09 की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए है कि हर दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले साथ ही सभी को समय से बिल मिल जाए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-09 की बैठक में बिजली बिल की कटौती के साथ बिजली बिल के भुगतान को लेकर अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल भी मिल जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ कहते है कि ओवरबिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान करता है। जिसकी वजह से व्यवस्था के प्रति निराशा होती है और वह बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होते। इसलिए समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते है कि इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है।
ऊर्जा विभाग को पिछले दिनों भी दिए थे निर्देश
आपको बता दें कि सीएम योगी ने बीते दिनों भी ऊर्जा विभाग और पावर कार्पोरेशन के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बिजली कटौती बंद करें। सभी क्षेत्रों को निर्धारित रोस्टर के मुताबिक बिजली की आपूर्ति हर हाल में की जाए। इसकी पूर्ति करने के लिए जो भी व्यवस्था करनी हो करें। अगर जरूरत है तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था भी करें।
योगी- लापारवाही नहीं की जाएगी स्वीकार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के कई क्षेत्रों में निर्धारित रोस्टर के अनुसार बिजली आपूर्ति न होने की शिकायतें मिल रही है इसी वजह से बैठक बुलाई गई थी। मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिए थे कि ऊर्जा विभाग व पावर कॉर्पोरेशन यह सुनिश्चित करे कि पूर्व निर्धारित रोस्टर के अनुसार सभी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति हो। इस मामले में यूपीपीसीएल की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। तेज गर्मी, लू का मौसम चल रहा है। ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो।
आपूर्ति को लेकर लगातार हो रही मॉनीटरिंग
बता दें कि प्रदेश में केंद्रीय सेक्टर से 332 मेगावट, राज्य सेक्टर से 118 मेगावाट इसी के सात श्रोतों से 331 मेगावाट की उपलब्धाता को 29 अप्रैल से बढ़ी है। वर्तमान में राज्य में बिजली की मांग तकरीबन साढ़े बाइस हजार मेगावट तक पहुंच चुकी है। लेकिन इसके बावजूद भी यूपी पावर कार्पोरेशन प्रदेशभर में बिजली आपूर्ति को सामान्य रखने के लिए युद्धस्तर पर प्रयासरत है। बिजली की बढ़ती हुई मांगों को देखते हुए पावर कार्पोरेशन की ओर से रिकॉर्ड विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। इस कड़ी में जो बिजली उत्पादन की इकाइयां तकनीकि या फिर अन्य कारणों के चलते बंद हैं उन्हें भी चालू करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के साथ आपूर्ति को लेकर लगातार मॉनीटरिंग भी की जा रही है।
बिजली के संकट से मिलेगा छुटकारा, योगी सरकार उठाने जा रही है ये बड़ा कदम