यूपी चुनाव को लेकर जारी तैयारियों के बीच एक बार फिर अब्बाजान की एंट्री हो गई है। सीएम योगी ने कहा कि उनके पास (अखिलेश यादव) प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को लेकर कोई योजना ही नहीं है। वह कहते हैं कि पुरानी पेंशन शुरु करेंगे। लेकिन सच तो यह है कि जब ये पुरानी पेंशन रोकी गई थी तब उनके अब्बाजान ही मुख्यमंत्री थे। उसके बाद चार वर्ष तक वह मुख्यमंत्री रहे। फिर 5 साल तक उन्हें (अखिलेश यादव) को खुद मुख्यमंत्री बनने का मौका भी मिला। लेकिन उस दौरान सरकारी कर्मचारियों के बारे में नहीं सोचा गया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले राजनेताओं की बयानबाजी का दौर एक बार फिर से शुरु हो गया है। इसी बीच यूपी की सियासत में अब्बाजान की एंट्री भी हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। सीएम योगी ने कहा कि उनके पास (अखिलेश यादव) प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को लेकर कोई योजना ही नहीं है। वह कहते हैं कि पुरानी पेंशन शुरु करेंगे। लेकिन सच तो यह है कि जब ये पुरानी पेंशन रोकी गई थी तब उनके अब्बाजान ही मुख्यमंत्री थे। उसके बाद चार वर्ष तक वह मुख्यमंत्री रहे। फिर 5 साल तक उन्हें (अखिलेश यादव) को खुद मुख्यमंत्री बनने का मौका भी मिला। लेकिन उस दौरान सरकारी कर्मचारियों के बारे में नहीं सोचा गया।
आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद में मतदाता संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच उन्होंने कई मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने सपा के फ्री बिजली के मुद्दे पर भी अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया। सीएम योगी ने कहा कि आज वह दावा कर रहे हैं कि सरकार आने पर 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी। लेकिन सच तो यह है कि जब उनकी (समाजवादी पार्टी) की सरकार थी तो बिजली आती ही नहीं थी। सीएम योगी ने यह भी कहा कि चोरों को चांदली अच्छी नहीं लगती है।