सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के हाथी बाजार सीएचसी को गोद लिया है। जिसके बाद से सीएचसी को मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के रूप में बनाया जा रहा है। शहर के अलावा पड़ोसी जिले के लोग भी यहां आकर इलाज करा रहे है।
अनुज तिवारी
वाराणसी: सपा-बसपा शासन काल में बीमार पड़ी चिकित्सा व्यवस्था को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुशल सर्जन की तरह सर्जरी करके स्वस्थ कर रहे हैं। कभी दुर्दशा का शिकार रहे वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक के हाथी बाजार सीएचसी का आज कायाकल्प हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अस्पताल को गोद लिया है। आज आलम ये है कि सिर्फ आसपास के 40 गावों की जनता ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिले के लोग भी प्राइवेट हॉस्पिटल को छोड़ इस सरकारी अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
पड़ोसी जिले के मरीज भी पहुंच रहे हाथी बाजार सीएचसी
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की स्वास्थ्य सेवाएं तेजी से स्वस्थ हो रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोद लिये गए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हाथी बाजार में चिकित्सीय सुविधा बढ़ती जा रही है। चिकित्सक, बेड, दवाईयां, जांचे, विभाग, ऑक्सीजन प्लांट व अन्य सुविधा बढ़ने से सेवापुरी ब्लॉक के हाथी बाजार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आसपास के करीब 40 गांव के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। पड़ोसी जिलों के भी मरीज इस अस्पताल में बेहतर उपचार के भरोसे से आ रहे है। सीएचसी हाथी में करीब 40 प्रतिशत मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
240 एनएमपी का ऑक्सीजन प्लांट दे रहा राहत की सांस
जिलाधिकारी ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ जून 2021 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हाथी बाजार को गोद लिया था। अब ये स्वास्थ्य केंद्र आसपास के करीब 30 से 40 गांवों के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। इसके अलावा सीएचसी का खुद का 240 एलएमपी का ऑक्सीजन प्लांट मरीजों के बेड तक पहुंच कर राहत की सांस दे रहा है। आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ ही बड़ी संख्या में आयुष्मान से आच्छदित मरीजों का मुफ्त में उपचार हो रहा है। साथ ही वाराणसी से सटे हुए पड़ोसी जिलों से भी मरीज उपचार के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के गोद लिए हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हाथी बाजार पर भरोसा जता रहे हैं।
विभिन्न रोगों के चिकित्सक दे रहे अपनी सेवाएं
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि पहले ये अस्पताल 30 बेड का था, जो अब बढ़कर 60 बेड का हो गया है। बढ़े हुए बेड भी जल्द ऑपरेशनल हो जाएंगे। चिकित्सको की संख्या बढ़ गई है। करीब 40 प्रतिशत से अधिक ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। मरीजों को लगभग सभी दवाईयां इसी केंद्र पर उपलब्ध हो जाती है। एक्सरे की सुविधा, लैब में किसी भी बड़े आपरेशन से पूर्व एवं अन्य रक्त सम्बन्धित बीमारियों की जांच होने लगी है। अनुवांशिक रक्त बीमारियों की भी जांच की जा सकेगी। इसके साथ ही सीएचसी हाथी में सामान्य प्रसव के साथ ही सिजेरियन प्रसव की सुविधा भी उपलब्ध हो चुकी है। जबकि पहले सामान्य प्रसव की ही सुविधा उपलब्ध थी। अब हड्डी और दाँत सम्बंधित चिकित्सक भी बड़ी तादात में मरीजों को राहत दे रहे है।