अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि कि पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के बच्चे अपने शहर जाएंगे। दूसरे चरण में बचे जिलों के बच्चे जाएंगे। उन्होंने कहा कि 328 बसों से दूसरे प्रदेश में रह रहे उत्तर प्रदेश के 9992 मजदूर वापस लाए गए हैं।
लखनऊ (Uttar Pradesh)। लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे यूपी के लोगों को मदद पहुंचाने में योगी सरकार ने तेजी दिखाई है। प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के साथ-साथ सरकार अब प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं को उनके घर (जो जाना चाहते हैं) को पहुंचाएगी। इस बात की पुष्टि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने की।
छात्रों के लिए लगाई जा रही 300 बसें
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने 300 रोडवेज बसों में प्रयागराज में फंसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 9000 छात्रों को उनके घर भेजने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं। इसमें यूपी में ही रहने वाले छात्र शामिल हैं। अगर अन्य राज्य के छात्र हैं और उनका राज्य ले जाना चाहता है तो उसे अनुमति दी जाएगी।
दो चरण में छात्रों को भेजा जाएगा घर
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि कि पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के बच्चे अपने शहर जाएंगे। दूसरे चरण में बचे जिलों के बच्चे जाएंगे।
9992 मजदूर आए यूपी
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि एक मई से राशन का पुनः वितरण होगा। 328 बसों से दूसरे प्रदेश में रह रहे उत्तर प्रदेश के 9992 मजदूर वापस लाए गए हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की सीएम ने समीक्षा की है।