
गोरखपुर(Uttar Pradesh ). मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को दिवाली के मौके पर वनटांगियों के बीच पहुंचे। इस मौके पर वनटांगियों के बच्चों को टॉफी, बिस्किट व कॉपी किताबें बांटी गई। सीएम ने यहां विकासपरक योजनाओं का लाकार्पण किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि, दीपावली का शुभ अवसर किसी के लिए आजादी के बाद आया है तो वो वनटांगिया गांव के लोगों के लिए आया है। वनटांगिया गांव के लोग आजादी के बाद से अपने हक की लड़ाई के लिए शासन से लेकर सरकार तक बरसों से गुहार लगा रहे थे। लेकिन, आज उनकी दिवाली सबसे अधिक खुशियां लेकर आई है। तमसो मां ज्योतिर्गमय के भाव से मनाया जाने वाला पर्व हम सब के जीवन में भी वही प्रकाश लेकर आया है।
हमारी सरकार बनने से पहले नहीं थी मूलभूत सुविधाएं
सीएम ने कहा कि, हमारी सरकार बनने के पहले यहां मूलभूत सुविधाएं नहीं थी। आज ढाई साल बाद उनका अपना घर, राशन कार्ड, स्कूल, शौचालय, बिजली की सुविधा के साथ राजस्व गांव का दर्जा भी मिल गया है। इन 5 वनटांगिया गांव के लोगों के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के पास स्कूल ड्रेस, जूते, कॉपी-किताब उपलब्ध है। जब हम अच्छा सोचेंगे तो सब अच्छा होगा। जब 12 से 15 वर्ष पहले जब हम यहां आए थे तो यहां कोई सुविधा नहीं थी। दीपावली का पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर ले लाने का पर्व है। वन विभाग और पुलिस इनका शोषण करते थे। इनके पास पक्का मकान नहीं था। आज इनके पास पक्का मकान है।
देश के लिए उल्लास लेकर आ रहे त्यौहार
सीएम ने कहा कि, जो लोग एक-दूसरों को जाति और मजहब के बीच बांटते थे। जिनके लिए पर्व और त्योहार एक बोझ बनकर आते थे। आज यही पर्व और त्योहार देश के लिए उल्लास लेकर आ रहा है। इसके लिए हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहिए। जिन्होंने सरकारी सुविधाएं लोगों को मुहैया कराई है। ये देश पर 55 साल तक काम करने वाले लोग भी कर सकते थे। लेकिन ये उनके एजेंडे में नहीं था। गरीब, नौजवान, किसान और महिलाएं उनके एजेंडे में ही नहीं था।
हमने बच्चियों को शिक्षा से जोड़ा
सीएम योगी ने कहा हमने कन्या सुमंगला योजना शुरू की है। बच्चियों की जन्म से लेकर शादी तक की जिम्मेदारी सरकार उठायेगी। बच्चियों को शिक्षा से जोड़कर बेटी-बेटों के बीच के भेद को खत्म किया। महिलाओं को घर का मुखिया बनाया।
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