यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। जल्द ही लखनऊ में सिंगापुर की तर्ज पर देश की पहली नाईट सफारी बनेगी। जिसमें पर्यटन कई तरह के लाभ उठा पाएंगे। साथ ही वन्य के जीवों को बाड़े में न रखकर खुले आकाश के नीचे रखा जाएगा।
सुधीर मिश्रा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सत्ता में दोबारा वापसी आने के बाद से प्रदेशवासियों को कई बड़े उपहार दे चुके है। इसी कड़ी में एक बार फिर योगी सरकार जनता को तोहफा देने जा रही है। जल्द ही राज्य सरकार यूपी की राजधानी लखनऊ में सिंगापुर की तर्ज पर देश का पहला नाईट सफारी और जैव विविधता पार्क बनाएगी। फिलहाल देश में 13 ओपन डे सफारी तो हैं लेकिन एक भी नाईट सफारी नहीं है। यह फैसला सीएम योगी की अध्यक्षता में लोकभवन में मंगलवार को हुए कैबिनेट की बैठक में लिया गया है।
सफारी में इन सुविधाओं का पर्यटन उठा सकेंगे लाभ
नाईट सफारी के बार में पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सिंगापुर की विश्व की पहली नाईट सफारी की तर्ज पर 2027.46 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले कुकरैल वन क्षेत्र में 350 एकड़ में नाईट सफारी विकसित की जाएगी। साथ ही 150 एकड़ में प्राणी उद्यान बनाया जाएगा। नाईट सफारी में कैंपिंग गतिविधि, माउंटेन बाइक ट्रैक, नेचर ट्रेल, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट, कैनोपी वाक और दीवार पर्वतारोहण इत्यादि सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। इन सबके अलावा विश्व स्तरीय सुविधाओं के तहत नाईट सफारी में स्थानीय गाइड के साथ ट्रेन की सवारी और जीप की सवारी भी की जा सकेगी।
वन्य जीवों को खुले आकाश के नीचे जाएगा रखा
देश का पहले नाईट सफारी में भव्य प्रवेश द्वार, व्याख्या केंद्र, बटरफ्लाई इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। साथ ही 60 एकड़ में भालू सफारी, 75 एकड़ में तेंदुआ सफारी और 75 एकड़ में टाइगर सफारी बनाने की योजना है। वन्य जीवों को बाड़े में न रखकर खुले आकाश में केटल ग्रिड में रखे जाएंगे। सफारी में रात में जानवरों के लिए चंद्रमा की रोशनी की नकल करते हुए मंद प्रकाश की व्यवस्था भी की जाएगी।यह एक ओपन एयर निशाचर चिड़ियाघर होगा, जो केवल रात में खुलेगा। तो वहीं दिन में पर्यटकों के लिए आधुनिक थीम पार्क बनाया जाएगा।
ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रयास में सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। जिसका नतीजा है कि देश की पहली नाईट सफारी मूर्त रूप लेने जा रही है। शहर में वर्तमान में कुकरैल वन क्षेत्र में एक घड़ियाल प्रजनन केंद्र, चिल्ड्रेन पार्क और वन विश्राम गृह है। जब इस इलाके को नाईट सफारी और जैव विविधता पार्क में परिवर्तित करने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही यह सामान्य रूप से देश और विशेष रूप से प्रदेशवासियों को भी विश्व स्तरीय ईको-पर्यटन की सुविधा देगा।
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