योगी सरकार में चर्चा में रहने वाले मुगलसराय विधानसभा का हाल, जानें कौन सी पार्टी इस बार हैं आमने-सामने

योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सरकार बनने के बाद मुगलसराय का नाम बदलकर दीनदयाल नगर कर दिया उसके बाद से मुगलसराय रेलवे जंक्शन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पड़ गया लेकिन अभी भी इस विधानसभा का नाम मुगलसराय विधानसभा लिया। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 30, 2022 10:41 AM IST / Updated: Feb 01 2022, 05:15 PM IST

अनुज तिवारी
चंदौली:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है और सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने चुनाव प्रचार में लग चुकी है और अपने पार्टियों के उम्मीदवारों की लिस्ट घोषित कर रहे हैं आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश चंदौली जिले के मुगलसराय विधानसभा की जानकारों की माने तो आजादी के बाद इस विधानसभा का नाम चंदौली रामनगर था लेकिन बाद में इसे बदलकर मुगलसराय कर दिया गया। वही 2017 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तो यह विधानसभा फिर अपने नाम को लेकर सुर्खियों में रहा। 

चर्चा का विषय बना रहा मुगलसराय 
योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सरकार बनने के बाद मुगलसराय का नाम बदलकर दीनदयाल नगर कर दिया उसके बाद से मुगलसराय रेलवे जंक्शन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पड़ गया लेकिन अभी भी इस विधानसभा का नाम मुगलसराय विधानसभा लिया। इस विधानसभा सीट से भाजपा की साधना सिंह ने जीत दर्ज की थी अब आगामी विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा का परिणाम क्या होगा क्योंकि इस बार इस विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी और सपा दोनों में कांटे की टक्कर होने वाली है जिसको लेकर इस सीट पर सबकी नजर बनी हुई है।

मुगलसराय सीट का इतिहास
मुगलसराय विधानसभा में पहली बार 1952 में चुनाव हुआ और पहली बार कांग्रेस पार्टी के उमाशंकर तिवारी ने चुनाव जीता था । 1957 में विधानसभा चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के ही श्याम लाल यादव ने चुनाव जीता। 1962 के विधानसभा चुनाव में मुगलसराय सीट से सोशलिस्ट पार्टी के उमाशंकर त्रिपाठी ने कांग्रेस के श्यामलाल यादव को हराकर जीत हासिल की थी। 1967 के विधानसभा चुनाव में पुणे कांग्रेस पार्टी के श्याम लाल यादव ने उमाशंकर त्रिपाठी को महज 82 वोटों से हराकर चुनाव जीता था। और 1968 में पुणे उमाशंकर त्रिपाठी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ के शामलाल यादव को हराया। 2002 में इस विधानसभा सीट पर समाजवाद पार्टी ने जीत हासिल की आज बात पार्टी के रामकिशन यादव ने भाजपा के छब्बू पटेल को हराया था। 2007 विधानसभा में पुणे समाजवादी पार्टी के रामकिशन यादव ने भाजपा के छब्बू पटेल को हराया। और 2012 में इस सीट से बसपा ने पहली बार जीत हासिल की और सपा के बाबूलाल को बड़े अंतर से हराया था। और 2017 के चुनाव में मोदी लहर चल रही थी और भारतीय जनता पार्टी ने साधना सिंह उम्मीदवार के रूप में उतारा साधना सिंह समाजवादी पार्टी के बाबूलाल यादव को हराकर बीजेपी को जीत दर्ज कराई थी।

खास बातें 
मुगलसराय पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्म स्थली के रूप में मशहूर है।  साथ ही इसी क्षेत्र में कहा जाता है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन के अंतिम पड़ाव रहा यही वजह थी कि योगी सरकार ने यहां के स्टेशन का नाम उनके नाम पर रख दिया । इस विधानसभा क्षेत्र में ही चंदौली-वाराणसी सीमा पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन का निर्माण कराया गया है । 

जातीय राजनीति , कुल मतदाता 
इस विधानसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाता सबसे अधिक है और वही क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या लगभग 35 हजार और ब्राह्मण 28 हजार की संख्या में है। वही बात करें मतदाताओं की संख्या की तो तकरीबन 3 लाख 90 हजार के करीब मतदाता इस विधानसभा में हैं । इसमें पुरुष मतदाता 2 लाख 12 हजार के करीब वही महिला मतदाता 79 हजार हैं । 

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