कोरोना के कारण यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन पर रोक, 8वीं तक के छात्र बिना परीक्षा के पास

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए कई फैसले लिए गए हैं। सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि अभी कोरोना वायरस का संक्रमण स्टेज टू में है। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से अपील की है कि वे इसे स्टेज थ्री तक पहुंचने के लिए योगदान दें।
 

Ankur Shukla | Published : Mar 18, 2020 3:06 AM IST / Updated: Mar 18 2020, 09:43 AM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh) । यूपी में कोरोना वायरस का संक्रमण स्टेज टू पर है। इसे स्टेज थ्री तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके मद्देनजर सावधानियां बरती जा रहीं हैं। अब कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 8वीं तक के सभी छात्र बिना परीक्षा के ही उत्तीर्ण घोषित किए गए। इनकी अब परीक्षा नहीं कराई जाएगी। इतना ही नहीं यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन 2 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने ये आदेश दिए। हालांकि उन्होंने कहा है कि 2 अप्रैल के बाद जब स्कूल खुलेंगे तब यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन की नई तारीख तय की जाएगी। बता दें 16 मार्च से यूपी बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हुआ था। लेकिन, कई केंद्रों पर कोरोना वायरस के डर से शिक्षक कॉपियों को जांचने से भयभीत थे। 

सीएम की अगुवाई में हुई कैबिनेट की मीटिंग
बता दें इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए कई फैसले लिए गए हैं। सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि अभी कोरोना वायरस का संक्रमण स्टेज टू में है। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से अपील की है कि वे इसे स्टेज थ्री तक पहुंचने के लिए योगदान दें।


कैबिनेट की मीटिंग में लिए गए ये फैसले 
-लोग सार्वजानिक स्थलों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
-शादी समारोह या किसी अन्य जलसे में न जाएं। 
-प्राइवेट फर्मों के लोग घरों से ही काम करें।
-सरकारी कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम के लिए भी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है।

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