हैदराबाद और उन्नाव गैंगरेप की घटना के बाद एक ओर जहां पूरे देश में गुस्सा है। वहीं, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंदिर में रेपिस्टों की इंट्री बैन कर दी गई है। दुष्कर्मियों के लिए देवी मंदिरों के कपाट बंद हो गए हैं। इसको लेकर मंदिर में पोस्टर भी लगाए गए हैं।
वाराणसी (Uttar Pradesh). हैदराबाद और उन्नाव गैंगरेप की घटना के बाद एक ओर जहां पूरे देश में गुस्सा है। वहीं, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंदिर में रेपिस्टों की इंट्री बैन कर दी गई है। दुष्कर्मियों के लिए देवी मंदिरों के कपाट बंद हो गए हैं। इसको लेकर मंदिर में पोस्टर भी लगाए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
सामाजिक संस्था आगमन ने एक मुहिम शुरू की है। इसके तहत अब कोई भी दुराचारी मंदिरों में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इस क्रम में कालिका गली स्थित कालरात्रि मंदिर में रेपिस्टों के प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है। साथ ही बेटियों का सम्मान न करने वाले और बेटियों के जन्म पर दुखी होने वालों के मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। स्थानीय लोगों ने कहा, भगवान का स्थान सबसे पवित्र होता है। महिलाएं-बेटियां देवी के समान होती हैं। जो इनका सम्मान नहीं करेगा, उसको ऐसे पवित्र स्थान पर प्रवेश की अनुमति नहीं है। इसके लिए मंदिर के मुख्य द्वार के साथ ही गर्भगृह सहित अन्य जगहों पर पोस्टर भी चस्पा किया गया है।
हनुमान मंदिर में बच्चियों ने की थी ये कामना
बता दें, इससे पहले सामाजिक संस्था आगमन ने रविवार को समाज मे महिलाओं पर बढ़ते अपराध और दुष्कर्मियों से उनकी रक्षा के लिए शिवाला स्थित ज्ञान हनुमान (छोटे हनुमान) मंदिर में प्रार्थना की थी। इस दौरान बेटियों ने भगवान से महिलाओं की रक्षा-सुरक्षा के लिए गुहार लगाई थी।