शहीद अश्विनी कुमार यादव के पिता राम सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है। तीन भाइयों में सबसे बड़ा होने के नाते उन्हीं पर घर की जिम्मेदारी थी। घर में मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, दो छोटे भाई अंजनी व अमन के अलावा दो बच्चे आइशा (6) व आदित्य (4) हैं। सभी दहाड़े मार कर रो रहे थे। लोग उन्हें सांत्वना देने में लगे हुए थे।
गाजीपुर (Uttar Pradesh) । कश्मीर के हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ में हुई जवानों की शहादत पर देशवासियों के आंसू अभी थमे भी नहीं थे कि आतंकियों ने फिर से हमला कर दिया। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सोमवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीन जवान शहीद हो गए, जबकि 7 अन्य घायल हो गए हैं। शहीद जवानों में नोनहरा थाना क्षेत्र के चक दाउद गांव निवासी सीआरपीएफ जवान अश्विनी कुमार यादव हैं, जबकि दो जवान बिहार और तमिलनाडु राज्यों से मूल निवासी हैं। वहीं, बेटे के शहीद होने की सूचना पर मां को यकीन नहीं हुआ।
वाराणसी सीआरपीएफ कैंप कार्यालय से इसकी पुष्टि की गई तो कोहराम मच गया। वृद्ध मां बेहोश हो गईं। किसी तरह उन्हें होश में लाया गया। जवान की पत्नी की हालत भी खबर सुनने के बाद से खराब है। गांव के लोग जवान के घर पर परिवार को संभालने में लगे हैं।
यह है पूरा मामला
क्रालगुंद क्षेत्र के वंगाम-कजियाबाद में हमलावरों ने सीआरपीएफ की एक नाका पार्टी पर गोलियां चलाई। इस हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए। इन जवानों की पहचान यूपी (गाजीपुर) के अश्विनी कुमार यादव, बिहार के औरंगाबाद के संतोष कुमार मिश्रा और तमिलनाडु के तिरुनेलवेली के सी चंद्रशेखर के तौर पर की गई है। ये सभी जवान सीआरपीएफ की 92 बटालियन के थे। हालांकि सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। इलाके को घेर लिया गया है। हमलावरों को ढूढ़ने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी वहां भेजे गए हैं।
आज आएगा शव
अश्विनी कुमार यादव (31) नोनहरा थाना क्षेत्र के चक दाउद गांव के रहने वाले थे। गांव में जैसे ही उनके शहीद होने की खबर पहुंची, पूरे गांव में मातम पसर गया। लॉकडाउनक के बावजूद गांव के लोग अश्विनी कुमार के घर के पास जुट आए। हालांकि वे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहे थे। प्रधान प्रधान बबलू कुशवाहा ने बताया कि मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर आने की संभावना है।
परिवार ने खो दिया कमासूत बेटा
शहीद अश्विनी कुमार यादव के पिता राम सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है। तीन भाइयों में सबसे बड़ा होने के नाते उन्हीं पर घर की जिम्मेदारी थी। घर में मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, दो छोटे भाई अंजनी व अमन के अलावा दो बच्चे आइशा (6) व आदित्य (4) हैं। सभी दहाड़े मार कर रो रहे थे। लोग उन्हें सांत्वना देने में लगे हुए थे।
हमलावरों को ढूंढने का हो रहा प्रयास
खबर है कि क्रालगुंद क्षेत्र के वंगाम-कजियाबाद में हमलावरों ने सीआरपीएफ की एक नाका पार्टी पर गोलियां चलाई। इस हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए। हालांकि सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। इलाके को घेर लिया गया है। हमलावरों को ढूढ़ने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी वहां भेजे गए हैं।