निर्भया कांड में दोषियों को फांसी की सजा की तारीख तय,आरोपी के गांव वाले बोले- हम शर्मिंदा हैं

निर्भया कांड में कोर्ट ने दोषियों को फांसी की सजा के लिए डेट तय कर दी है। कोर्ट ने दोषियों की फांसी के लिए 22 जनवरी का समय दिया है। कोर्ट द्वारा फांसी की सजा के लिए डेट तय  होने के बाद इस मामले में जेल में बंद पवन गुप्ता उर्फ कालू के गांव वाले पूरी तरह कोर्ट के समर्थन में हैं

Asianet News Hindi | Published : Jan 7, 2020 1:22 PM IST / Updated: Jan 07 2020, 07:45 PM IST

बस्ती(Uttar pradesh ).  निर्भया कांड में कोर्ट ने दोषियों को फांसी की सजा के लिए डेट तय कर दी है। कोर्ट ने दोषियों की फांसी के लिए 22 जनवरी का समय दिया है। कोर्ट द्वारा फांसी की सजा के लिए डेट तय  होने के बाद इस मामले में जेल में बंद पवन गुप्ता उर्फ कालू के गांव वाले पूरी तरह कोर्ट के समर्थन में हैं। उनका कहना है कि इतना वीभत्स कांड करने वाले को और पहले फांसी हो जानी चाहिए थी। वहीं कालू के घर में मातम फ़ैल गया है। 

बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को  दिल्ली में चलती बस में निर्भया के साथ खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाले छह दरिंदों में एक यूपी के बस्ती जिले का पवन गुप्ता उर्फ कालू भी था । चलती बस में जब निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ, जब पवन गुप्ता उर्फ कालू भी अपने दोस्तों के साथ उसी बस में था। कोर्ट ने उसे इस वारदात में दोषी माना है और उसे फांसी की सजा सुनाई गई है।  

पवन की हरकत पर शर्मिंदा हैं ग्रामीण 
पवन उर्फ कालू का नाम इस मामले में आने के बाद पूरा गांव स्तब्ध रहा गया था। लेकिन जब जांच के बाद उसे दोषी पाया गया तो पूरा गांव उसकी हरकत पर शर्मिंदा हुआ। गांव के रहने वाले लोगों के मुताबिक पवन की हरकत से पूरे गांव का सिर शर्म से झुक गया है। कोर्ट ने सही फैसला दिया है। इस तरह का वीभत्स कार्य करने वाले के साथ बिलकुल ऐसा ही होना चाहिए। 

क्रिकेट का बड़ा शौकीन था पवन
पवन गुप्ता उर्फ कालू के बचपन के दोस्त कहते हैं कि उसे क्रिकेट का बहुत शौक था। उसने महादेवा में नमकीन बनाने की फैक्ट्री खोली लेकिन वह चल नहीं पाई। इसके बाद वह दिल्ली चला गया और वहां जूस का व्यवसाय करने लगा।उसके मां बाप भी दिल्ली में ही रहते हैं। 

पिता की दुकान संभालता था पवन 
दो भाई व दो बहन में सबसे बड़ा पवन पिता की दुकान संभालने के साथ ही ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी कर रहा था। उसके पिता ने बस्ती के लालगंज थाने के महादेवा चौराहे के पास गांव में जमीन भी ली थी। उस पर मकान बनवाना शुरू किया था, मगर 16 दिसंबर 2012 में हुए निर्भया कांड के बाद से काम ठप हो गया। मौजूदा समय वह खंडहर जैसा दिखता है। 

कोर्ट ने जारी किया डेथ वारंट 
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया केस के सभी दोषियों का डेथ वारंट जारी कर दिया है। दोषियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी। दोषियों को 14 दिन का वक्त मिला है। मामले के दोषी मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी ।

Share this article
click me!