यूपी के भदोही में कर्ज से परेशान होकर एक शख्स ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतक की पत्नी ने बताया कि उसके पति ने साहूकार से 50 हजार रुपए उधार लिए थे। रुपए चुका ना पाने की स्थिति में साहूकार ने उनके परिवार को धमकाना शुरूकर दिया था।
भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। बता दें कि एक 48 वर्षीय व्यक्ति ने कर्जे से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतक व्यक्ति ने एक साहूकार से 50,000 रुपए उधार लिए थे। जिसके बाद रकम समय पर नहीं चुका पाने पर साहूकार ने उसे प्रताड़ित करना शुरूकर दिया था। जिससे परेशान होकर दशरथ सिंह ने अपनी जान दे दी। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि चित्रकूट जिले के मूलरूप निवासी दशरथ सिंह अपनी पत्नी दुर्गा देवी और 12 साल के बेटे के साथ गोपीगंज थाना क्षेत्र के पसियान में किराए के मकान में रहते थे।
साहूकार ने दिया था अल्टीमेटम
गोपीगंज थाने के इंस्पेक्टर गया प्रसाद शुक्ला ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दशरथ सिंह उसी इलाके में स्ट्रीट फूड कियोस्क चलाता था। मृतक की पत्नी ने आरोप लगाते हुए बताया कि उसके पति ने मिर्जापुर के एक साहूकार से 50 हजार रुपए उधार लिए थे। उधार रुपयों का ब्याज समय-समय पर साहूकार के पास पहुंच रहा था। लेकिन बीच में कुछ परेशानियों के चलते साहूकार को ब्याज नहीं चुका पाए। जिस पर साहूकार ने दशरथ सिंह को धमकाना शुरूकर दिया। दुर्गा देवी ने बताया कि साहूकार ने गुरुवार तक पैसे चुकाने का समय दिया था।
फांसी लगाकर दे दी जान
मृतक की पत्नी ने बताया कि साहूकार के पैसों के भुगतान को लेकर उसके पति काफी परेशान थे। जिसके बाद वह बैंक पैसे निकालने के लिए गई थीं। लेकिन छुट्टी होने के कारण बैंक बंद मिला। इसके बाद दुर्गा देवी और उनका बेटा पैसों का इंतजाम करने के लिए पड़ोसी के घर चले गए। इस दौरान जब वह घर लौट कर आए तो उन्होंने दशरथ सिंह को फांसी के फंदे पर लटकता देखा। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस शव को नीचे उतारकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं पुलिस साहूकार के बारे में जानकारी जुटा रही है।