39 साल बाद नरसंहार मामले का फैसला आज, 20 लोगों की एक साथ हुई थी हत्या

Published : Jan 18, 2020, 10:25 AM IST
39 साल बाद नरसंहार मामले का फैसला आज, 20 लोगों की एक साथ हुई थी हत्या

सार

14 फरवरी 1981 को दस्यु सुंदरी फूलन देवी ने डकैतों के साथ मिलकर 26 लोगों को गोलियों से भून दिया था, जिसमें 20 लोगों मौत हो गई थी। इस मामले में माती जिला कोर्ट में सुनवाई चल रही है।  

लखनऊ(Uttar Pradesh)। कानपुर देहात जिले के बेहमई गांव में 39 साल पहले हुए नरसंहार मामले में आज फैसला आ सकता है। बता दें कि 14 फरवरी 1981 को दस्यु सुंदरी फूलन देवी ने डकैतों के साथ मिलकर 26 लोगों को गोलियों से भून दिया था, जिसमें 20 लोगों मौत हो गई थी। इस मामले में माती जिला कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

16 आरोपियों की हो चुकी है मौत
फूलन देवी, जालौन के कोटा कुठौंद के राम औतार, गुलौली कालपी के मुस्तकीम, महदेवा कालपी के बलराम, टिकरी के मोती, चुर्खी के वृंदावन, कदौली के राम प्रकाश, गौहानी सिकंदरा के रामपाल, बिरही कालपी के लल्लू बघेल व बलवान, कालपी के लल्लू यादव, कोंच के रामशंकर, डकोर कालपी के जग्गन उर्फ जागेश्वर, मेतीपुर कुठौद के प्रेम, धरिया मंगलपुर के नंदा उर्फ माया मल्लाह व राम सिंह की मौत हो चुकी है।

इस समय यह है स्थिति
बेहमई नरसंहार मामले में 2012 में ट्रायल शुरू हुआ था। 23 आरोपियों में से फूलन देवी समेत 16 की मौत हो चुकी है। तीन आरोपित भीखा, विश्वनाथ और श्यामबाबू जमानत पर बाहर हैं, जबकि पोसा जेल में बंद हैं। वहीं, जालौन जिले के तीन आरोपी मान सिंह, रामकेश व विश्वनाथ उर्फ अशोक फरार चल रहे हैं।

(फाइल फोटो)

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

लाठी-डंडों से दिनदहाड़े हमला, महिलाएं-बच्चे भी नहीं बचे, गाजीपुर से सनसनीखेज वीडियो
लखनऊ से लेकर वारणासी तक हंगामा: पुलिस हिरासत में अजय राय, बढ़ी मुश्किलें