
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Vidhansabha Chunav) 7 मार्च से समाप्त हो चुके है। वोटिंग के बाद एग्जिट पोल भी जारी हो चुके है। मतगणना का काउंटडाउन भी शुरू हो चुका है। लेकिन राजनीतिक दलों का एक-दूसरे पर हमला करने का सिलसिला अभी भी जारी है। विपक्षी दलों पर निशाना साधने में पार्टी के नेता कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहते है। इसी कड़ी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि अखिलेश यादव हार सुनिश्चित देख माहौल ख़राब करने की कोशिश बंद करें। चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए अराजकता फैलाने वालों के विरूद्ध आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करें। शांतिपूर्वक मतदान होने के बाद शांतिपूर्ण मतगणना की पक्षधर है भाजपा।
केशव- सपाई गुंडों के सरदार अखिलेश यादव
डिप्टी सीएम केशव मौर्य यहीं पर नहीं रूके। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया। केशव ने पार्टी के कार्यकर्ता के साथ-2 अखिलेश यादव को गुंडे की संज्ञा दे दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान पूरे प्रदेश में झगड़ा विवाद और मतदान के दिन बूथ क़ब्ज़ा करने का प्रयास करने में लगे रहे। असफल सपाई गुंडों के सरदार अखिलेश यादव जनता ने सपा का सफ़ाया कर दिया है। गुंडों के बल पर चुनाव नहीं जीत सकते हो, कमल की जय जयकार है।
अखिलेश यादव के आरोपों पर किया पलटवार
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर लगातार हमला करते हुए कई ट्वीट कर पार्टी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। दरअसल केशव मौर्य ने ट्वीट कर अखिलेश के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा लोकतंत्र बचा है और बचेगा,सपा और गुंडागर्दी नहीं बचेगी।
सोशल मीडिया के जरिए साध रहे विपक्षी दलों पर निशाना
यूपी की सत्ता में आने के लिए पार्टियों ने चुनाव प्रचार में अपनी-2 ताकत झोंकी तो वहीं एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अभी भी जारी है। उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने के लिए प्रचार प्रसार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इसके साथ ही नेताओं ने जनसभाओं को संबोधित करने के दौरान, रोड शो या रैलियों में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला बंद भी नहीं किया। मतगणना का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। पार्टी के नेता, कार्यकर्ता, प्रदेश की जनता सभी 10 मार्च का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन पार्टी के नेता अभी भी विपक्षी दलों पर तंज कसने से पीछे नहीं हट रहे है। फर्क इतना है कि किसी जनसभा या रैली में नहीं बल्कि सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।