लॉकडाउन में बेसहारा हिंदू महिला की मौत, पुलिसकर्मियों के साथ मुस्लिम लड़के ने अर्थी को दिया कंधा

पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर की ओर से यह मामला कमिश्नर संजय कुमार के संज्ञान में लाया गया था। कमिश्नर के आदेश पर एक दिन पहले बुजुर्ग महिला को नानौता के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उपचार के दौरान वृद्धा की आज मौत हो गई। 


 
सहारनपुर (Uttar Pradesh)। लॉकडाउन में हर कोई परेशान है। इसी बीच आज एक बेसहारा महिला की मौत के बाद उसे कंधा देने के लिए कोई नहीं था। खबर मिली तो पुलिसकर्मी और एक मुसलमान युवक सामने आया। जिन्होंने मिलकर बेटे की तरह हिंदू महिला की शव को कंधा देकर सामाजिक समरसता का अनूठा संदेश दिया। जिनके इस सराहनीय कार्य की हर जगह तारीफ हो रही है। यह हृदयस्पर्शी घटना बड़गांव थाना क्षेत्र के किशनपुरा गांव में हुई।

चार साल से हो गई थी बेसहारा
किशनपुरा निवासी मीना दादी ( 77) चार साल पहले पति की मौत के बाद गरीबी से लाचार थीं। वह कई माह से बीमार चल रही थीं। लॉकडाउन के बीच वह इन दिनों किशनपुरा में खाने और दवा के लिए भटक रही थीं।

 कमिश्नर ने कराया था अस्पताल में भर्ती
पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर की ओर से यह मामला कमिश्नर संजय कुमार के संज्ञान में लाया गया था। कमिश्नर के आदेश पर एक दिन पहले बुजुर्ग महिला को नानौता के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उपचार के दौरान वृद्धा की आज मौत हो गई। 

इस तरह कराया अंतिम संस्कार
वृद्धा की मौत की जानकारी अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को दी। जिसके बाद समाज को संदेश देने के लिए बड़गांव थाने के एसएसआई दीपक चौधरी, कांस्टेबल गौरव कुमार और विनोद कुमार व एक मुस्लिम युवक शव के अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। इसके लिए वे शव को लेकर किशनपुरा गांव पहुंचे। जहां पुलिसकर्मियों ने ही उसके बेटों की तरह अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार कराया। 

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