हरिद्वार में गंगा दशहरा पर्व पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है। दूसरे दिन निर्जला एकादशी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है। इसके साथ ही घाटों की निगरानी ड्रोन से की जा रही है।
हरिद्वार: उत्तराखंड में जिले हरिद्वार में गंगा दशहरा के पर्व पर धर्मनगरी गुरुवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ गंगा के घाटों पर देखने को मिली। श्रद्धालुओं ने हर की पैड़ी ब्रम्हाकुंड सहित अलग-अलग घाटों पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर स्नान किया। इसके बाद सभी देवी देवताओं का पूजन कर आशीर्वाद लिया। गंगा दशहरा के साथ-साथ निर्जला एकादशी पर्व पर भी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावनाएं देखते हुए पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुट चुका है।
स्नान से पहले ही शाम को ही बैरिकेडिंग लगाई गई
गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर्व स्नान पर हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावनाएं को देखेते हुए पुलिस-प्रशासन ने तैयारियां चाक चौबंद की। गंगा दशहरा को ध्यान में रखते हुए हरकी पैड़ी क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण के लिए बुधवार शाम से बैरिकेडिंग कर दी गई थी। इतना ही नहीं घाटों पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है। इसके लिए बुधवार को ही डीएम और एसएसपी ने स्नान से पहले ही ड्यूटी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जानकारी दी।
अधिकारियों को एकत्रित कर समझाई गई ड्यूटी
कोरोना काल के लंबे अंतराल के बाद यहां पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। जिस प्रकार चारधाम यात्रा होने से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। उसी प्रकार गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी में स्नान करने के लिए भारी मात्रा में श्रद्धालु आ रहे है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और आईजी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज सभागार में दो दिनों के स्नान पर्व ड्यूटी के लिए नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ब्रीफ कर उनकी ड्यूटी समझाई गई है।
आईजी को मेले का प्रभारी अधिकारी किया गया नामित
वहीं दूसरी ओर डीएम ने कहा कि नौ जून को गंगा दशहरा और 11 जून को निर्जला एकादशी है। दोनों ही पर्व हिंदू आस्था के बड़े पर्वों में से एक हैं इसलिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने पर समस्त व्यवस्थाओं को चुनौती के रूप पूर्ण करना होगा। आगे बताया कि आईजी डॉ. योगेंद्र रावत ने अधीक्षक नगर को मेले का प्रभारी अधिकारी नामित किया। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि हरकी पैड़ी एवं अन्य घाटों पर भीड़ एकत्र नहीं होने दी जाएगी। घाटों पर तैनात पुलिस कर्मी श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करेंगे। गंगा दशहरा स्नान और निर्जला एकादशी पर्व स्नान के लिए मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन, 16 जोन और 37 सेक्टर में बांटा गया है।
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