गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ सबसे मजबूत कैंडिडेट हैं ये कहना इसलिए गलत नहीं होगा क्योंकि अभी तक उनके सामने कोई ऐसा चेहरा नहीं दिख रहा जो उन्हें चुनौती दे। अभी तक सपा ने कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है अगर सपा कोई अच्छा चेहरा उतारती है तो उम्मीद वो भाजपा को चुनौती दे सकता है।
गोरखपुर युनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर महेंद्र सिंह का इंटरव्यू
सवाल: विधान सभा चुनाव 2022 का क्या है समीकरण?
जवाब: गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ सबसे मजबूत कैंडिडेट हैं ये कहना इसलिए गलत नहीं होगा क्योंकि अभी तक उनके सामने कोई ऐसा चेहरा नहीं दिख रहा जो उन्हें चुनौती दे। अभी तक सपा ने कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है अगर सपा कोई अच्छा चेहरा उतारती है तो उम्मीद वो भाजपा को चुनौती दे सकता है।
सवाल: उत्तर प्रदेश में एक बार सत्ता में आने के बाद वो सरकार रिपीट नहीं करती है, इस आपका क्या विचार है?
जवाब: उत्तर प्रदेश में 35 साल पहले कांग्रेस की सरकार ने रिपीट किया था, उसके बाद कोई गवर्नमेंट दोबारा नहीं आई। लेकीन इस बार कुछ नया होने वाला है। ऐसा इसलिए है की इस बार चुनाव मोदी और योगी के नाम पर लड़ा जा रहा है। धरातल पर देखा जाए तो काम भी जनता को दिख रहा है।
सवाल: किस तरह का विधायक जनता को चुनना चाहिए?
जवाब: हमे इस बात का हमेशा ध्यान देना चाहिए कि किन नीतियों पर चुनाव लड़ा जा रहा है और प्रतिनिधित्व कर रहा है। जाति के आधार पर वोट कभी नहीं करना चाहिए। जब हम नीतियों के आधार पर अच्छी व्यक्तित्व के आधार पर वोट करते हैं तो निश्चित तौर पर हमे अच्छी सरकार मिलेगी।
सवाल: उत्तर प्रदेश में किसके किसके बीच चुनावी घमासान चल रहा है?
जवाब: अभी जो माहौल दिख रहा है, उस हिसाब से भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच लड़ाई दिख रही है। एक चीज और है आप बसपा को भी इग्नोर नहीं कर सकते हैं।
सवाल: योगी आदित्यनाथ को कौन चुनौती दे रहा है? कहीं भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद तो नहीं दे रहे चुनौती?
जवाब: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद से कहीं अधिक सपा का गोरखपुर में जनाधार है। मुझे लगता है कि सपा अगर अच्छा कैंडिडेट खड़ा करती है तो वो योगी आदित्यनाथ को चुनौती दे सकता है।
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