अयोध्या कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नरसिंह मंदिर में अचानक हुए धमाकों के बाद सनसनी देखी गई। इस बीच कोतवाली में दर्जनों मठाधीशों ने डेरा डाल दिया। 5 घंटे की माथापच्ची के बाद मुकदमा दर्ज हुआ।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: कोतवाली क्षेत्र के रायगंज पुलिस चौकी से चंद कदम दूर स्थित नरसिंह मंदिर में अल सुबह साढ़े 3 बजे दो धमाकों से सनसनी फैल गई। पुलिस की फोरेंसिक टीम ने मौके से बारूद का सैंपल लिया है। पुलिस मंदिर के पुजारी रामशंकर दास सहित तीन अन्य लोगों को पूछताछ के कोतवाली ले आई। मंदिर के महंत रामशरण दास ने पुजारी पर साजिश का आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन दोपहर होते-होते पासा पलट गया और रामनगरी के दर्जनों मठाधीशों ने कोतवाली में डेरा डाल दिया। यह पहली बार था जब राम नगरी के दर्जनों संत कोतवाली में घटों बैठे रहे। पूरे मामले को सीओ ही डील करते नजर आए। जिले का कोई अन्य अधिकारी मौके पर नही आया। लगभग 5 घंटे चली माथापच्ची में पुजारी की एप्लिकेशन पर 7 लोगो के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। सीओ डॉ राजेश पांडे ने बताया कि जांच में पटाखे की बात सामने आ रही है। फिलहाल मामले दर्ज कर हर पहलुओं को बारीकी से देखा जा रहा है। इसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंदिर के दस्तावेज पर लोगों ने करा लिए दस्खत
पुजारी राम शंकर दास ने बताया कि उनके गुरु अत्यंत वृद्ध है और शारीरिक मानसिक रूप से सक्षम नहीं है। करीब 1 महीने पूर्व विवेक दास चेला देव राम दास वेदांती और मोहनदास चेला देवराम दास वेदांती व 45 अन्य लोग मंदिर में आए और गुरुजी से भंडारे की अनुमति लेकर रुक गए। भंडारा करने के बाद भी यह लोग मंदिर में बने रहे और इनके मिलने जुलने वालों की संख्या बढ़ती गई। इनकी गतिविधियों से इनके नीयत पर संदेह होने पर जब आपत्ति की गई तो उन्होंने धमकी देना शुरू कर दिया ।पुजारी ने बताया महंत से इन लोगों ने मंदिर के दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी करा लिए है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर मठाधीश गुस्से में
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा आश्रम पर कब्जा करने के लिए वर्षों पहले देव राम दास वेदांती ने महंत नृत्य गोपाल दास के ऊपर बम से प्राणघातक हमला किया था। जिले के पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कुछ दिन पहले मंदिर कब्जे की जानकारी अधिकारियों को दे दी गई थी। लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। श्री रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने बताया कि जिले की पुलिस को पहले ही बता दिया गया था कि देव राम दास के ऊपर दर्जनों मुकदमे दर्ज है फिर भी वो मंदिर में कब्जे की नीयत से अयोध्या में मौजूद है। उसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की। जिसका परिणाम सबके सामने है। कोतवाली में महंत मैथली रमण शरण , मंगल भवन पीठाधीश्वर कृपालु महाराज, जानकी घाट मंदिर के महंत जनमेजय शरण, महंत शशिकांत दास , महंत मिथिलेश नंदनी शरण, महंत गिरीश दास सहित दर्जनों संत -महंत उपस्थित रहे।