यूपी के शाहजहांपुर में एक किसान ने अनोखी मदद देकर एक मिसाल कायम की है। किसान ने अपने खेत में पैदा हुए पूरे 223 क्विंटल गेहूं सरकार को सौंप दिया। किसान ने सरे गेहूं दान करते हुए उसे जरूरतमंदों के लिए इस्तेमाल करने का आग्रह किया
शाहजहांपुर(Uttar Pradesh ). देश इस समय भयंकर कोरोना संकट से जूझ रहा है। कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में देश के हर वर्ग के लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद भी कर रहे हैं। यूपी के शाहजहांपुर में एक किसान ने अनोखी मदद देकर एक मिसाल कायम की है। किसान ने अपने खेत में पैदा हुए पूरे 223 क्विंटल गेहूं सरकार को सौंप दिया। किसान ने सरे गेहूं दान करते हुए उसे जरूरतमंदों के लिए इस्तेमाल करने का आग्रह किया। किसान के इस कार्य सराहना की जा रही है।
यूपी के शाहजहांपुर में एक किसान ने अनोखी पहल करते हुए खेत मे पैदावार हुई 223 कुंटल गेहूं की फसल को कोविड-19 राहत कोष में दान दे दिया। गुजरात के रहने वाले धर्मेंद्र सिंह लाठर ने शाहजहांपुर के थाना निगोही इलाके में 12 एकड़ खेत खरीदा था। इस पूरी जमीन में धर्मेंद्र ने गेहूं बोया था। गेहूं की कटाई मड़ाई के बाद धर्मेंद्र उसे लेकर मंडी गए। जहां वजन करने के बाद वह 223 क्विंटल निकला। धर्मेंद्र ने इस पूरे गेहूं को कोविड-19 रिलीफ फंड में दान करते हुए उसे जरूतमंदों को बांटने का आग्रह किया।
पिता से मिली थी सेवाभाव की सीख
धर्मेंद्र का कहना है कि उसे कोविड-19 फंड में खेत के सारे गेहूं दान करके काफी खुशी महसूस हो रही है। उन्होंने बताया कि उनके पिता फ़ौज में थे और बचपन से ही हमेशा देश सेवा के बारे में ही सुन-सुन कर पले बढ़े। अपने पैरों पर खड़े होने के बाद पिताजी की देश के प्रति समर्पण भाव को देखकर उनकी बातें सुनकर जो जज्बा देश सेवा के लिए मेरे मन में पैदा हुआ है, वह जीवंत है। उन्होंने बताया कि मैं हमेशा जरूरत पर अपने सामर्थ्य के अनुसार देश सेवा करता रहता हूं।
पीएम केयर्स फंड में किया 1 लाख का दान
किसान धर्मेंद्र लाठर के मुताबिक उन्होंने बताया कि शाहजहांपुर के तिलहर तहसील अंतर्गत निगोही विकास खण्ड के ग्राम गुलड़िया चक झाऊ में लगभग 12 एकड़ जमीन खरीदी थी। उस जमीन से प्रथम पैदावार के रूप में 223 कुंतल गेहूं की पैदावार हुई। जिसको मैंने कोरोना महामारी से जूझते लोगों की मदद के लिए (कोविड19) केयर राहत फंड में उत्तर प्रदेश सरकार को दान दे दी। उन्होंने बताया इससे पहले मैंने पीएम केयर्स फंड में भी एक लाख रुपए की धनराशि स्वेच्छा से दान दी है।