यूपी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट उन्नाव ट्रांस गंगा सिटी में मुआवजे को लेकर शनिवार को किसान सड़क पर उतर आए और जमकर उपद्रव किया। यही नहीं, मौके पर मौजूद जेसीबी, कार और बस में तोड़फोड़ और आगजनी भी की। किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए एक प्लाटून पीएसी के साथ 13 थानों की फोर्स को मौके पर तैनात किया गया है।
उन्नाव (Uttar Pradesh). यूपी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट उन्नाव ट्रांस गंगा सिटी में मुआवजे को लेकर शनिवार को किसान सड़क पर उतर आए और जमकर उपद्रव किया। यही नहीं, मौके पर मौजूद जेसीबी, कार और बस में तोड़फोड़ और आगजनी भी की। किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए एक प्लाटून पीएसी के साथ 13 थानों की फोर्स को मौके पर तैनात किया गया है। डीएम देवेंद्र कुमार पाण्डेय किसान नेताओं से बात करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदर्शन में करीब 500 किसान शामिल
बताया जा रहा है कि सुबह अचानक किसान नेता हरेंद्र निगम और सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में ट्रांस गंगा सिटी पर किसानों ने लाठी डंडे के साथ धावा बोला। करीब 500 किसान प्रदर्शन में शामिल हैं। यूपीसीडा के चीफ इंजीनियर संदीप चंंद्रा का घेराव कर काम बंद कराने के लिए किसानों ने मजदूरों को खदेड़ दिया। ट्रांस गंगा सिटी परिसर में भी तोड़फोड़ की गई। फिलहाल, पुलिस ने किसानों को ट्रांस गंगा सिटी परिसर से बाहर खदेड़ दिया है, जिसके बाद वो सड़कों पर बैठ गए, जिससे गंगा बैराज जाने वाली सड़क पर जाम लग गया।
उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के चीफ इंजीनियर संदीप चंद्र ने बताया, शुक्रवार को डीएम से बैठक के बाद शनिवार से निर्माण कार्य शुरू होना था। इसके लिए मजदूरों को लाया गया, लेकिन किसानों के आंदोलन के कारण काम शुरू नहीं हो सका।
क्यों प्रदर्शन कर रहे किसान
किसानों का आरोप है कि उन्हें जमीन का सही मुआवजा नहीं दिया गया। उनकी मांग है कि मौजूदा वक्त के हिसाब से उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए। जबकि डीएम देवेंद्र पांडेय का कहना है कि किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है। प्रशासन के पास किसानों का कोई बकाया नहीं है।