फर्रुखाबाद में पिता की मौत के बाद एमबीए पास युवक चला रहा ठेली, बहनें भी जीत चुकी हैं कई मेडल

फर्रुखाबाद में पिता की मौत के बाद एक एमबीए पास युवक ठेली चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहा है। युवक की बहने भी कई मेडल जीत चुकी है। युवक ने सरकार से भी मदद की गुहार लगाई है। 
 

Gaurav Shukla | Published : May 24, 2022 10:48 AM IST

फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद में पिता के निधन के बाद एक एमबीए पास युवक परिवार की जिम्मेदारी निभाने के लिए ठेली चला रहा है। दरअसल उसके पिता भी इसी ठेली को चलाकर परिवार का पेट भरते थे। एमबीए पास युवक की बहनें हॉकी में कई मेडल जीत चुकी हैं। पटियाला में हुए ऑल इंडिया सीनियर हॉकी टूर्नामेंट में भी उसकी बहनों ने बखूबी अपना दमखम दिखाया था। लिहाजा अब एमबीए पास युवक ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। 

2019 में कंप्लीट किया था एमबीए
युवक का नाम लव कांत कठेरिया है। उसने जानकारी दी कि वर्ष 2019 में एमबीए कंप्लीट कर लिया था। युवक ने जानकारी दी कि पढ़ाई के दौरान उसे स्कॉलरशिप भी मिली थी। हालांकि एमबीएम कंप्लीट करने के बाद उसके पिता का स्वर्गवास हो गया। नौकरी को लेकर उसने काफी प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद परिवार की सारी जिम्मेदारी उसी के कंधों पर आ गई। उसके पापा जिस ठेली को चलाकर परिवार को खर्चा चलाते थे लव कांत को भी उसी का सहारा दिखा। 

सरकार से लगाई मदद की गुहार
लव कांत कठेरिया बताता है कि ठेली चलाकर महीने में तकरीबन वह 5-6 हजार कमा लेता है। लव कांत कहते हैं कि उसके पास खर्चे बहुत हैं। कभी सिलेंडर, कभी बिजली का बिल, कभी दूध और घर के तमाम अन्य खर्चे। उसके खर्च पैसे से पूरे नहीं होते हैं। इसी के साथ भाई-बहन की पढ़ाई और मां की दवाई का भी खर्च है। युवक ने बताया कि घर पर तीन बहनें हैं और एक भाई और मां भी है। एक बहन एनआईएस कर रही है। एक बहन बीपी ऐड कर रही है। वह एथलीट है जो कि मंडल स्तर पर खेल चुकी है। लिहाजा लवकांत ने योगी सरकार से मदद की उम्मीद लगा रखी है। वह कहता है कि सरकार हमको नौकरी नहीं दे तो कम से कम बहनों को ही नौकरी दे दे। 

गोरखपुर में हाईटेक हुई ट्रैफिक व्यवस्था, जानिए ITMS की इन तैयारियों का कितना पड़ेगा असर

आगरा में दोनों चरफ से चली गोलियां, पुलिस ने चार बदमाशों को धर दबोचा

Share this article

Latest Videos

click me!

Latest Videos

Lok Sabha LIVE: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव
हाथरस हादसा के बाद कहां है 'भोले बाबा' उर्फ नारायण साकार हरि ? मिला अपडेट । Hathras Satsang Stampede
हाथरस हादसे की 3 सबसे बड़ी वजह, पांव छूने की होड़ में कुचल उठी जिंदगियां
Hathras Stampede: दर्दनाक हादसे में बढ़ा मौत का आंकड़ा, गुस्साए लोगों ने खोली इंतजामों की पोल
Gaurav Gogoi & Praniti Shinde LIVE: कांग्रेस पार्टी की ब्रीफिंग