रामलला के चरित्र पर मुंबई के निर्देशक ने फिल्म बनाने का निर्णय लिया है। जिसका स्वागत मंदिर के पुजारी ने किया है और कहा कि इससे धर्म संस्कृति की रक्षा होगी और देश की मजबूती होगी। इस मौके पर निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास भी मौजूद रहे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या के रामलला के चरित्र पर फिल्म दर्शाने को लेकर कवायद तेज हो गई है। आधुनिकता की चकाचौंध के बीच समाजिक मूल्यों व भारतीय सभ्यता को संरक्षित करने के लिए मुंबई के निर्देशक एल के कांतेश ने भगवान श्रीराम के पावन चरित्र पर आधारित फिल्म बनाएंगे।
देश के हित में साबित होगी फिल्म
भगवान राम के चरित्र पर निर्देशित इस फिल्म का नाम राम का गुणगान से बनाने का निर्णय लिया गया है। श्रीरामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने इस फिल्म के निर्माण का स्वागत कर इसे देश हित में बताया है। साथ ही कहा कि इससे धर्म-संस्कृति की रक्षा होगी और देश को मजबूती मिलेगी। इस मौके पर निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास भी मौजूद रहे।
सरंक्षित करने की है जरूरत
इस फिल्म की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि राम का गुणगान का शीर्षक से बन रही यह फिल्म के माध्यम से लोगों को भगवान राम के जीवन संघर्ष व उनके आदर्शों को अपनाते हुए सामाजिक मूल्यों व भारतीय सभ्यता के प्रति जागरूक किया जा सके। फिल्म के निर्देशक एल के कांतेश ने बताया कि आज हम अपनी भारतीय सभ्यता व सामाजिक मूल्यों को भूलकर आधुनिकता की चकाचौंध में खो चुके है। जिसे सरंक्षित करने की बेहद जरूरत है।
करियर की पहली फीचर फिल्म
एल के कांतेश ने बताया कि भगवान राम का जीवन चरित्र हमें अपने सामाजिक मूल्यों, सांसकृतिक विरासत व भारतीय सभ्यता सीख देने के लिए सबसे बड़ा उदाहरण है। इसलिए इस फिल्म का शीर्षक राम का गुषगान नाम से रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि भगवान राम का चरित्र व उनके आदर्श हम सबके के जीवन को एक नई दिशा देने वाला है। लोग उनसे बहुत कुछ सीख सकते है। आगे कहते है कि यह उनके करियर की पहली फीचर फिल्म है।
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