
कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Election) वैसे तो राजनीतिक पार्टियों के बीच हो रहा है। लेकिन नेता चुनावों को निजि लड़ाई बनाकर लड़ रहे हैं। कानपुर से बीजेपी किदवई नगर विधायक महेश त्रिवेदी का विवादों से पुराना नाता है। बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें विधायक अपने कार्यकर्ताओं को उकसाते हुए नजर आ रहे हैं। बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी ने कहा था कि आतताईयों को लाठी-डंडों और चप्पलों से पीटना बस गोली न मारना। बाकी सब हम देख लेंगे। इस विवादित बयान पर बीजेपी (BJP) विधायक पर नौबस्ता थाने के एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। किदवई नगर विधानसभा सीट से विधायक महेश त्रिवेदी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। वायरल वीडियो में महेश त्रिवेदी अपने कार्यकर्ताओं को माइक लेकर संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान संगठन के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद संगठन के पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
वायरल वीडियो में महेश त्रिवेदी ने क्या कहा था
महेश त्रिवेदी ने कहा कि हम आप लोगों से आवाहन करेंगे कि इस बार जो आतताई लोग हैं। जो एक तरफा बात करने वाले लोग हैं, ताकत का दुरूप्रयोग करने वाले लोग हैं, इन्हें लाठी-डंडों और चप्पलों से मारो बस गोली ना मारना और सब हम देखेंगे। किसी का भी दबाव अब नहीं रहना चाहिए। बिल्कुल स्वतंत्र व्यवस्था में हम लोगों का संचालन होना चाहिए। भय मुक्त समाज का निर्माण होना चाहिए। आप लोगों ने हमारा कार्यकाल देख लिया है। कहीं कोई एक पाप बता दे तो मैं समाजसेवा से इस्तीफा दे दूंगा। कानपुर देहात से कानपुर नगर तक एक भी आत्मा हमारे खिलाफ रोती हुई मिल जाए। चाहे हिंदू हो या फिर मुस्लिम जिस दिन ले आएगा, हम समाजसेवा से इस्तीफा दे दूंगा। राजनीति कोई महेश त्रिवेदी का व्यापार नहीं है, सिर्फ सेवा लेकर चल रहे हैं। मित्रों राजनीति दलाली का मार्ग नहीं है। धर्म और राजनीति हम लोग कल्याण की भावना लेकर काम कर रहे हैं। इस लिए ताकतवर होना है, इस कलियुग में कभी दो बात मत करो। एक बात करके इस व्यवस्था को चलाते रहो।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी पर नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें आईपीसी की धारा 117 उकसाना, 171 (ग), 506 धमकी देना, 188 लॉकडाउन का उल्लघंन, 269 उपेक्षापुर्ण कार्य करना, 270 संक्रामक बीमारी दूसरे तक पहुंचा। जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो बिना अनुमति के कार्यक्रम किया जा रहा था।
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