दिल्ली बॉर्डर पर 11 दिनों से डटे किसानों के आन्दोलन को सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार से किसानों के समर्थन में पदयात्रा का ऐलान किया है।
लखनऊ. केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में जहां देशभर के किसान आन्दोलन कर रहे हैं वहीं अब कई राजनैतिक पार्टियां किसानों के समर्थन में आगे आ गई हैं। दिल्ली बॉर्डर पर 11 दिनों से डटे किसानों के आन्दोलन को सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार से किसानों के समर्थन में पदयात्रा का ऐलान किया है।
किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी की प्रदेशव्यापी किसान पदयात्रा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज से पदयात्रा का शुभारंभ करेंगे। सपा अध्यक्ष ने पदयात्रा का ऐलान करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों की मांगों का समर्थन करती है। सरकार तीनों किसान विरोधी कानून वापस ले। जब तक यह कानून वापस नहीं होता तब तक पार्टी पूरे प्रदेश में लगातार पदयात्रा आयोजित करेगी।
अखिलेश ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
अखिलेश यादव स्वयं कन्नौज के मंडी से किसान बाजार तक पदयात्रा में शामिल होंगे।अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों का धान और मक्का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा जा रहा है। महंगाई लगातार बढ़ रही है। कीटनाशकों के दाम बढ़ गए। खेती का लागत मूल्य लगातार बढ़ रहा है और सरकार किसानों से झूठे वादे कर रही है। राजधानी लखनऊ में किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी की प्रदेशव्यापी किसान पदयात्रा रविवार से ही शुरू हो गई है।
कानून किसानों के लिए डेथ वारंट
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह कानून किसानों के लिए डेथ वारंट है। सरकार को मंडियों को सुधारना चाहिए था। किसानों को पता नहीं था कि ये कानून लागू हो जायेगा और बड़े-बड़े आदमी किसान बन जाएंगे। सोमवार को हर जिले में लगातार किसान यात्रा चलेगी। प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी ठठिया से तिरवा तक किसान यात्रा निकाले जाएंगे। उन्होंने एमएलसी चुनाव में कहा कि वाराणसी और गोरखपुर में ईवीएम को वैलेटपेपर ने हरा दिया।