कानपुर पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरूण वीआरएस लेकर बीजेपी का दामन थाम कर राजनीति में उतर आए हैं। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण मूलरूप से कन्नौज के खैरनगर के रहने वाले हैं। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण अपने पैतृक आवास से ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से मिलकर, चुनावी जनसंपर्क कर रहे हैं। इस काम में उनके साथ में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।
कानपुर: पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरूण लखपति है। लेकिन उनकी पत्नी के पास करोड़ों की संपत्ति है। पूर्व आईपीएस असीम अरूण ने शनिवार को बड़े-बुजुर्गों का आर्शीवाद लेकर नामांकन किया है। कलेक्ट्रेट में उन्हे देखने लिए कर्मचारियों में गजब का उत्साह था। बीजेपी ने असीम अरूण को कन्नौज सदर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है।
कानपुर पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरूण वीआरएस लेकर बीजेपी का दामन थाम कर राजनीति में उतर आए हैं। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण मूलरूप से कन्नौज के खैरनगर के रहने वाले हैं। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण अपने पैतृक आवास से ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से मिलकर, चुनावी जनसंपर्क कर रहे हैं। इस काम में उनके साथ में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।
असीम अरूण के पास है 12 हजार कैश
पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरूण के 6 बैंक खाते हैं। इन बैंक खातों में 44,54,686 लाख रुपए हैं। एक टाटा नैनो कार जिसकी कीमत 10 हजार रुपए है। एक इंडिगो कार जिसकी कीमत 30 हजार है। 12 हजार रुपए नगद और 10 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत लगभग 60 हजार रुपए है।
पत्नी के पास है करोड़ो की संपत्ति
वहीं पूर्व आईपीएस असीम अरूण की पत्नी के करोड़ की संपत्ति है। असीम अरूण की पत्नी ज्योत्सना के तीन बैंक खातों में 35,66,931 लाख रुपए है। 140 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपए है। पूर्व आईपीएस असीम अरूण ने कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया मास्टर इन पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई की है।
एसपी विधायक अनिल दोहरे से है मुकाबला
बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के गढ़ में बची आखिरी सीट पर कमल खिलाने के लिए रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण को मैदान में उतारा है। असीम अरूण की सीधी टक्कर कन्नौज सदर विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक अनिल दोहरे से है। कन्नौज सदर सीट पर बीते दो दशक से समाजवादी पार्टी का राज है। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण के कंधों पर सदर सीट पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी है।
चुनावी अभियान में जुटे असीम अरूण
असीम अरूण वीआरएस लेकर बीजेपी का दामन थाम कर राजनीति में उतर आए हैं। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण मूलरूप से कन्नौज के खैरनगर के रहने वाले हैं। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण अपने पैतृक आवास से ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से मिलकर, चुनावी जनसंपर्क कर रहे हैं। इस काम में उनके साथ में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।
2017 में बीएसपी दूसरे नंबर पर थी
यदि 2017 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो एसपी के अनिल कुमार दोहरे को बहुजन समाजपार्टी के बनवारी लाल दोहरे ने कड़ी टक्कर दी थी। बीएसपी के बनवारी लाल दोहरे मात्र 2454 वोटों से हार गए थे। एसपी के अनिल कुमार दोहरे को 99,635 वोट मिले थे, वहीं बीएसपी के बनवारी लाल दोहरे को 97,181 वोट मिले थे। कन्नौज सदर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वैसे तो सदर विधानसभा सीट की गिनती रिहायशी इलाकों में होती है। एसपी सरकार के दौरान कन्नौज में 24 घंटे बिजली आती थी।
कन्नौज की सदर सीट के जातिगत आकड़े
कन्नौज की सदर सीट से सपा के अनिल कुमार दोहरे विधायक हैं। इस सीट पर अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या लगभग 01.15 है। मुस्लिम वोटरों की संख्या 65 हजार है, ब्राह्मण वोटरों की संख्या लगभग 45 हजार, यादव वोटरों की संख्या 50 हजार है। लोधी 30 हजार और कुशवाहा वोटर 40 हजार के करीब हैं।