Up News: जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास, CM बोले- कुछ लोगों ने गन्ने की मिठास में कड़वाहट घोलने का काम किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को गौतम बुद्ध नगर के जेवर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का शिलान्यास किया। इस दौरान यूपी सीएम योगी ने विपक्ष पर निशान साधते हुए कहा की कुछ लोगों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के गन्ने की मिठास को कड़वाहट में बदलने का काम किया था।

Pankaj Kumar | Published : Nov 25, 2021 9:50 AM IST / Updated: Nov 25 2021, 03:25 PM IST

नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को गौतम बुद्ध नगर के जेवर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (International Airport) की आधारशिला रखी। इसका निर्माण पूरा होने पर यह उत्तर प्रदेश( Uttar Pradesh) का पांचवां एयरपोर्ट होगा। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना को यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav) के कार्यक्रम की घोषणा से कुछ हफ्ते पहले हरी झंडी दिखाई जा रही है। 

सीएम ने विपक्ष पर साधा निशाना

जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास के दौरान सीएम योगी ने कहा कि 2014 के बाद भारत के नागरिकों ने बदलते हुए भारत को देखा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के गन्ने की मिठास को कुछ लोगों ने कड़वाहट में बदलने का काम किया था। यूपी नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है। जेवर एयरपोर्ट केवल एक एयरपोर्ट नहीं है इस एयरपोर्ट के माध्यम से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।


नजदीकी शहरों को सुविधा प्रदान करेगा जेवर एयरपोर्ट

रणनीतिक रूप से इस एयरपोर्ट की अहमितय काफी अधिक होगी और यह हवाई अड्डा दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए सुविधाजनक होगा। हवाई अड्डे के पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से हो रहा है। यह 1300 हेक्टेयर से अधिक हेक्टेयर पर फैला है। पहले चरण का निर्माण हो जाने के बाद हवाई अड्डे की क्षमता वार्षिक रूप से 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की हो जाएगी। निर्माण-कार्य तय समय पर होने की उम्मीद है और 2024 तक काम पूरा हो जाएगा। इसे अंतर्राष्ट्रीय बोली-कर्ता ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी क्रियान्वित करेगा। 

पूरा हुआ फर्स्ट फेज का काम

आपको बता दें कि पहले चरण का मैदानी काम, यानी भू-अधिग्रहण (land acquisition)और प्रभावित परिवारों का पुनर्वास पूरा किया जा चुका है। पहली बार भारत में किसी ऐसे हवाई अड्डे की परिकल्पना की गई है, जहां एकीकृत मल्टी मॉडल कार्गो केंद्र हो तथा जहां सारा ध्यान लॉजिस्टिक संबंधी खर्चों और समय में कमी लाने पर हो। समर्पित कार्गो टर्मिनल की क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन होगी, जिसे बढ़ाकर 80 लाख मीट्रिक टन कर दिया जाएगा। औद्योगिक उत्पादों के निर्बाध आवागमन की सुविधा के जरिये, यह हवाई अड्डा क्षेत्र में भारी निवेश को आकर्षित करने, औद्योगिक विकास(industrial development) की गति बढ़ाने और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा। इससे नये उद्यमों को अधिसंख्य अवसर मिलेंगे तथा रोजगार के मौके भी पैदा होंगे। 

UP News: PM मोदी ने किया जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास, जानिए हर खास बात

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