माधवपुरम के रहने वाले निखिल उर्फ गुड्डन और गौरव दोस्त थे। दोनों कंकर खेड़ा थाना इलाके में एक डेयरी पर काम करते थे। गौरव का डेयरी के पास ही रहने वाली एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन, कुछ दिन बाद गौरव को पता चला कि उसकी प्रेमिका की जिंदगी में कोई और भी लड़का है। वह भी उसी का दोस्त निखिल उर्फ गुड्डन है। निखिल उस लड़की से न सिर्फ बातचीत करता था बल्कि, शादी भी करना चाहता था।
मेरठ (Uttar Pradesh) । प्रेमिका की जिंदगी में दोस्त के आ जाने से प्रेमी ने आपा खो दिया। साथी की हत्या करने के बाद शातिराना दिमाग लगाते हुए दोस्त के मृतक परिवार से चल रही रंजिश का लाभ उठाने के लिए उसके ही पड़ोस के दो युवकों पर इल्जाम लगा दिया। मृतक के परिवार वालों ने भी हत्यारे दोस्त की बातों पर यकीन कर थाने में पड़ोस के दो नामजद युवकों ने नाम तहरीर दे दी। इसके आधार पर पुलिस ने दोनों को सलाखों के पीछे भेज दिया, लेकिन वे जेल के अंदर जाने तक बेगुनाही की बातें करते रहे, जिसके कारण पुलिस को साजिश की बू आने लगी। पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल की तो क्राइम सीन पलट गई और चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। जिसके बाद निर्दोषों को बरी कराई और गुनाहगार को जेल भेजा। ये पूरा मामला कंकर खेड़ा थाना क्षेत्र के माधवपुरम का है।
डेयरी के पास रहने वाली लड़की से दोनों ही करते थे प्रेम
माधवपुरम के रहने वाले निखिल उर्फ गुड्डन और गौरव दोस्त थे। दोनों कंकर खेड़ा थाना इलाके में एक डेयरी पर काम करते थे। गौरव का डेयरी के पास ही रहने वाली एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन, कुछ दिन बाद गौरव को पता चला कि उसकी प्रेमिका की जिंदगी में कोई और भी लड़का है। वह भी उसी का दोस्त निखिल उर्फ गुड्डन है। निखिल उस लड़की से न सिर्फ बातचीत करता था बल्कि, शादी भी करना चाहता था।
इस तरह की हत्या
निखिल के बारे में जानकारी होने के बाद गौरव इतना परेशान हो गया था कि उसे रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। 3 मार्च को दोनों बाइक से डेयरी पहुंचे। जहां योजनाबद्ध तरीके से गौरव ने तमंचे से निखिल के सिर में पीछे से गोली मार दी और तमंचा डेयरी में ही छुपा दिया। गोली लगने से निखिल बुरी तरह घायल हो गया और वहीं गिर गया। मृतक के परिजनों ने घायल निखिल को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इस तरह रची साजिश
निखिल की मौत के बाद गौरव का शातिराना दिमाग जागा। उसने निखिल के घरवालों को फर्जी कहानी बता डाली। उसने बताया कि निखिल को रोहित और करन ने उस समय गोली मार दी जब वो उसके साथ बाइक से डेयरी आ रहा था। आपको बता दें कि रोहित और करन दोनों मृतक के पड़ोसी थे, जिनकी मृतक और उसके परिवार से रंजिश चली आ रही थी। मृतक के परिवार ने गौरव की फर्जी कहानी पर भरोसा कर रोहित और करन के खिलाफ एफआईआर करा दी
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
पुलिस ने आरोप के आधापर पर दोनों को जेल भेज दिया, लेकिन वे खुद को बेगुनाह बताते रहे। इसके बाद इस मामले में जब पुलिस ने तफ्तीश की तो मामला कुछ और ही निकला। मृतक के दोस्त को मौके पर बुलाकर सीन ऑफ क्राइम दोहरवाया तो बार-बार उसके हाव भाव और बयान बदलने। पुलिस को जब शक हुआ तो गौरव से सख्ती से पूछताछ की गई। इसके बाद उसने अपना जुर्म कबूला।
पुलिस ने कही ये बात
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी से तमंचा बरामद किया गया है। मुकदमे में नामजद किये गए दोनों युवकों को बरी किया गया है। ये पुलिस की तफ्तीश का ही नतीजा है कि दो बेगुनाह बच गए, जबकि दूसरे को फंसाने वाला आरोपी ऐसे घिरा कि अब उसकी ज़िंदगी जेल की कालकोठरी तक पहुंच ही गई।