नोएडा के जेवर के थाना प्रभारी अंजनि कुमार सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के गोपालगढ़ गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने बीते 10 दिन पहले सोशल मीडिया के जरिए ब्लैकमेल करने और धन उगाही करने का एक मामला दर्ज करवाया था। पीड़ित ने पुलिस को बताया था कि कुछ लोग उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैकमेल करके रकम मांग रहे हैं।
नोएडा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच नोएडा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया, जहां जालसाजों की एक टीम ने मिलकर सोशल मीडिया का उपयोग करके बड़ी ही चालाकी के साथ लोगों से ठगी करने की घटना को अंजाम दिया। इतना ही नहीं, इस पूरे खेल में ठगों की ओर से पुलिस टीम को भी मोहरा बनाया गया। यूपी के नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो ट्वीट के माध्यम से पुलिस पर दबाव बनाकर मामला दर्ज करवाता है और प्राथमिकी में दर्ज आरोपियों से समझौता करवाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता है।
10 दिन पहले पुलिस के सामने आया था मामला
नोएडा के जेवर के थाना प्रभारी अंजनि कुमार सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के गोपालगढ़ गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने बीते 10 दिन पहले सोशल मीडिया के जरिए ब्लैकमेल करने और धन उगाही करने का एक मामला दर्ज करवाया था। पीड़ित ने पुलिस को बताया था कि कुछ लोग उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैकमेल करके रकम मांग रहे हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच करने पर इस मामले में जेवर में ग्राम सबौता निवासी महिपाल तथा जौनपुर जिला के निवासी प्रकाश पांडे का नाम सामने आया। ये दोनों मिलकर सोशल मीडिया पर धन उगाही का खेल खेलते थे।
ठगी का खेल जानकर पुलिस भी हुई हैरान
थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि जेवर में ग्राम सबौता निवासी महिपाल तथा जौनपुर जिला के निवासी प्रकाश पांडे मिलकर जनता दरबार के नाम से एक ट्विटर हैंडल चलाते हैं। ये लोग संपर्क में आए लोगों की अर्जी को सोशल मीडिया पर ट्वीट करके पुलिस पर दबाव डाल कर मामला दर्ज करवाते हैं और फिर जिसके खिलाफ मामला दर्ज होता है, उससे संपर्क कर समझौता कराने के नाम पर मोटी रकम की मांग करते हैं। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है और अब तक लाखों रुपए की उगाही की है। उन्होंने बताया कि पुलिस गिरफ्तार दोनों आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश करेगी।