यूपी में जल्द ही जेनेरिक आधार स्टोर की संख्या बढ़ाने को लेकर कवायद शुरू हो गई है। इसको लेकर यूपी सरकार और जेनेरिक आधार के बीच एमओयू होगा। संचालक अर्जुन देशपांडे ने सीएम योगी से इसको लेकर मुलाकात की है।
लखनऊ: यूपी में जेनेरिक दवाओं का बाजार बढ़ेगा। कई कंपनियां यहां निवेश के लिए आगे बढ़कर आई हैं। जेनेरिक आधार के मेडिकल स्टोर भी सरकारी अस्पतालों में खोले जाएंगे। शहरी ही नहीं ग्रामीण इलाकों तक भी जेनेरिक दवाओं को पहुंचाने की कवायद की जाएगी। इसके लिए यूपी सरकार और जेनेरिक आधार के बीच में एमओयू होगा। इसी को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने जेनेरिक आधार के संचालक अर्जुन देशपांडे से मुलाकात की। इस दौरान कई अहम बिंदुओं पर बातचीत भी हुई और सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कई सुझाव दिए।
स्टोर की संख्या को बढ़ाकर 700 करने का लक्ष्य
अर्जुन देशपांडे के द्वारा मीडिया को जानकारी दी गई कि सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक आधार के जरिए ही मरीजों को सस्ती दर पर दवाएं उपलब्ध करवाई जा सकेंगी। अभी जेनेरिक आधार के तकरीबन 1800 स्टोर संचालित हो रहे हैं। यूपी के विभिन्न जिलों ने 150 स्टोर संचालित हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई वार्ता के बाद इसे बढ़ाकर 700 करने का लक्ष्य रखा गया है।
पहले स्टोर से 5 किमी की दूसरी पर खुलेगा दूसरा स्टोर
बताया गया कि जहां पर एक जेनेरिक स्टोर होगा उससे तकरीबन 5 किमी दूरी पर दूसरा स्टोर खोला जाएगा। अर्जुन देशपांडे के द्वारा जानकारी दी गई कि महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक आधार के मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे हैं। मरीजों को यहां से सस्ती दर पर दवाओं की उपलब्धता करवाई जाती है। इसके बाद अब यूपी में भी इन स्टोर को बढ़ाने को लेकर पहल की जा रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही जेनेरिक स्टोर की संख्या में वृद्धि की जाएगी जिससे प्रदेश की जनता को लाभ होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार नए स्टोर खोलने को लेकर रोडमैप भी तैयार किया जा रहा है। एमओयू साइन होने के साथ ही जमीनी स्तर पर काम दिखाई देने लगेगा।