यूपी के गाजियाबाद में 17 से 18 दिसंबर को डासना मंदिर में धर्म संसद को स्थगित किए जाने से नाराज महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि सुप्रीम कोर्ट में उपवास पर बैठने जा रहे थे। लेकिन पुलिस फोर्स ने उनकी गाड़ी को मंदिर से बाहर नहीं निकलने दिया।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद में शिवशक्ति धाम डासना मंदिर में 17 से 18 दिसंबर को होने वाली धर्म संसद को स्थगित कर दिया गया था। बता दें कि पुलिस-प्रशासन ने पुरानी धर्म संसदों में हुई हेट स्पीच और धारा-144 को देखते हुए आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है। धर्म संसद की अनुमति नहीं मिलने से नाराज होकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि सुप्रीम कोर्ट में उपवास पर बैठने जा रहे थे। हालांकि पुलिस द्वारा उन्हें मंदिर में ही रोक दिया गया। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने पुलिस प्रशासन समेत सरकार के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए है।
यति नरसिंहानंद ने लगाया गंभीर आरोप
बता दें कि पुलिस फोर्स ने यति नरसिंहानंद की गाड़ी को मंदिर से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया। परिसर में ही महामंडलेश्वर को नजरबंद कर दिया गया है। पुलिस ने हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली जाने पर कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। श्री पंदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि 17-18 दिसंबर 2022 को इस्लाम के जिहाद' विषय पर डासना देवी मंदिर में धर्म संसद होनी थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस्लामिक जिहादियों ने पुलिस, प्रशासन, राजनेता और न्यायालय के साथ मेलजोल कर इस आयोजन को रुकवा दिया।
ACP ने दिया नजरबंद करने का आदेश
इसी बात से नाराज होकर वह शनिवार को सुप्रीम कोर्ट परिसर में एक दिवसीय उपवास करने दिल्ली जा रहे थे। उनके निकलने से पहले ACP रवि प्रकाश सिंह मसूरी थाने की फोर्स लेकर मंदिर पहुंच गए। ACP रवि प्रकाश सिंह ने हामंडलेश्वर को मंदिर से बाहर नहीं निकलने और परिसर में ही नजरबंद करने का आदेश दिया है। यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि पुलिस-प्रशासन पूरे भारत में इस्लामिक जिहाद का सबसे मजबूत वैचारिक विरोध करने वाले सन्यासी को कुचलने में कामयाब हो गया। पूर्ण रूप से पराजित सन्यासी का मान मर्दन कर दिया गया। जिस काम को कोई हिन्दू विरोधी सरकार नहीं कर पाई, उस काम को हिंदुओं की सरकार ने कर दिखाया।