
गोरखपुर: गरीब और मध्यमवर्गीय किसान आसानी से खेती कर सके इसके लिए सरकार उन्हें प्रति वर्ष 6000 रुपए किसान सम्मान निधि के रूप में दे रही है। हालांकि जनपद में 1250 आयकर दाता ऐसे भी हैं जो निधि का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। यह मामला सामने आने के बाद सभी दंग है। यही नहीं जनपद में मुर्दों को भी सम्मान निधि दी जा रही है। कृषि विभाग के सोशल आडिट में ऐसे 419 मामले सामने आए जिसमें लाभार्थियों की मौत के बाद भी उनके खाते में धनराशि भेजी जा रही है। प्रकरण के संज्ञान में आने के बाद मृतक आश्रितों से धनराशि की रिकवरी की तैयारी चल रही है। मृतक आश्रितों के घर पर रिकवरी के लिए नोटिस भेजा गया है।
464 लाभार्थियों की हो चुकी है मौत
गौरतलब है कि किसानों की सहायता के लिए सरकार ने इस योजना का शुभारंभ किया था। अभी तक लाभार्थियों के खाते में इसकी 11 किश्ते जा चुकी है। शुरुआत में बिना छानबीन के ही पात्रों का चयन कर लिया गया। हालांकि अब इसकी सोशल आडिट हो रही है। आडिट में तमाम तरह की गड़बड़ियां निकलकर सामने आ रही हैं। इसी बीच पता चला कि 464 सम्मान निधि के लाभार्थियों की मौत हो चुकी है। इसमें से 45 मृतक आश्रितों के स्वजनों ने जागरुकता दिखाते हुए तत्काल बैंक को सूचित कर दिया। हालांकि शेष ने ऐसा नहीं किया।
सोशल आडिट में खुलासे के बाद भेजा गया नोटिस
419 लाभार्थियों के मृतक होने के सूचना उनके परिजनों द्वारा बैंक को दी ही नहीं गई। लिहाजा ऐसे सभी लोगों की सम्मान निधि उनके खाते में चली गई। सोशल आडिट हुआ तो इस बात का खुलासा हुआ। मामले में विभाग उनके घरों पर रिकवरी का नोटिस भेज रहा है। अधिकारियों का साफतौर पर कहना है कि ऐसे लोगों से धनराशि की रिकवरी की जाएगी।
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