
गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर हमले मामले में एटीएस ने छानबीन तेज कर ही है। मंगलवार को एटीएस ने केस को हाथ में लेते ही टीम ने मुंबई पहुंचकर मुर्तजा के दो ठिकानों पर उसके बारे में जानकारी जुटाई। साथ ही जानकारी मुताबिक एटीएस ने मुर्तजा के गोरखपुर में सिविल लाइंस स्थित घर से एक को हिरासत में ले लिया लेकिन आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की गई।
पुलिस ने उसके मकान में ताला लगाकर मकान के एक हिस्से को अब्बासी परिवार के रहने के लिए छोड़ दिया है। रात करीब 8 बजे मुर्तजा का मेडिकल कराया गया। इसके बाद रात में टीम उसे लेकर लखनऊ रवाना हो गई। मंदिर में दाखिल होने, आतंकी साजिश और हमलावर मुर्तजा के इरादों की जांच के लिए एटीएस, पुलिस, एसटीएफ व खुफिया तंत्र की करीब दर्जन भर टीमें लगी हैं। नेपाल, मुंबई, कोयंबटूर, जामनगर, गाजीपुर और जौनपुर के अलावा कई जिलों तक टीमों ने सुराग तलाशना शुरू कर दिया है।
रविवार की शाम गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट पर पीएसी जवान गोपाल गौड़, अनिल पासवान पर हमला करने वाला मुर्तजा सात दिन की पुलिस रिमांड पर है। मुर्तजा के घर सेबरामद वस्तुओं से उसके किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने के कई तरह के सबूत मिले हैं।
बैंक खातों की हो रही जांच
एटीएस मुर्तजा के बैंक खातों को खंगाल रही है कि कहां-कहां और कितना लेनदेन हुआ है ताकि आतंकी संगठन से उसके लिंक का पता लगाया जा सके। एक टीम गाजीपुर भी गई जिसने उसकी पूर्व पत्नी और ससुर से पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि शादमा तलाक के बाद दो साल से अलग रह रही है। मुर्तजा से उसका कोई सम्बंध नहीं है।
आतंकी संगठन से जुड़े होने के मिले सबूत
सिविल लाइंस निवासी मुनीर अब्बासी के पुत्र मुर्तजा की करतूत को आतंकी साजिश का हिस्सा मानते हुए शासन ने जांच एटीएस व एसटीएफ को सौंपी है। यूपी एटीएस समेत देश भर की सभी खुफिया एजेंसियां उससे गहन पूछताछ में जुटी है। गुजरात एटीएस की एक टीम भी गोरखपुर आ रही है। मुर्तजा के किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने के कई सबूत मिले हैं।
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