झांसी के बहुचर्चित एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की 90 वर्षीय दादी की रविवार की सुबह मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुष्पेंद्र की मौत के बाद सदमा लगने के कारण उनकी मौत हो गई।
झांसी (Uttar Pradesh). झांसी के बहुचर्चित एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की 90 वर्षीय दादी की रविवार की सुबह मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुष्पेंद्र की मौत के बाद सदमा लगने से लगातार उसकी दादी रो रही थी। जिसके कारण उनकी मौत हो गई। एक हफ्ते में पुष्पेंद्र के परिवार में हुई 2 मौतों से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। ग्रामीणों व रिश्तेदारों के साथ पुष्पेंद्र के परिजनों ने अंतिम संस्कार कर नम आंखों से विदाई दी।
गौरतलब है कि 6 अक्टूबर की सुबह मोंठ इंस्पेक्टर पर गोली चलाने वाले पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस के मुताबिक, गुरसराय इलाके में पुलिस टीम पर पुष्पेंद्र ने फायरिंग की थी ,जहां पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पुष्पेंद्र यादव की मौत हो गयी थी।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने की थी पुष्पेंद्र के परिजनों से मुलाकात
पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की थी। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा था रात के अंधेरे में झांसी में सत्ता की ताकत झोंककर पुष्पेंद्र यादव यादव का अंतिम संस्कार कर सरकार ने न्याय की चिता जलाई है। अखिलेश ने यही से पूरे प्रदेश में सपा द्वारा न्याय यात्रा निकालने की घोषणा की थी।
मृतक के परिजन कर रहे कार्रवाई की मांग
मृतक के परिजन और स्थानीय जनता पुष्पेंद्र एनकाउंटर मामले में मांग कर रही थी कि फर्जी एनकाउंटर करने वाले दारोगा धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ भी धारा 302 में रिपोर्ट लिखी जाए। पुलिस ने पांच अक्टूबर को पुष्पेंद्र को एनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराने का दावा किया था। हांलाकि पुलिस ने पुष्पेंद्र का अंतिम संस्कार करा दिया था।