अयोध्या: 35 भाषाओं में मिलेंगे गाइड, कुली भी बोलेंगे अंग्रेजी; मंदिर बनने से पहले ही होगा शहर का कायाकल्प

फैसले के बाद अयोध्या के विकास का मॉडल दुनियाभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के मद्देनजर किया जा रहा है। इसके लिए अभी से अयोध्या में इधर-उधर घूम रहे गाइड्स को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अवध विश्वविद्यालय में इसके लिए एक विभिन्न भाषाओं का एक ट्रेनिंग कैंप चलाया जा रहा है

Ujjwal Singh | Published : Nov 21, 2019 3:01 AM IST / Updated: Nov 21 2019, 12:02 PM IST

अयोध्या (Uttar Pradesh). लंबी कानूनी लड़ाई के बाद राम लला को विवादित जमीन का मालिकाना हक मिल गया है। सुप्रीम कोर्ट ने तीन महीने में केन्द्र सरकार को ट्रस्ट का बनाने का आदेश दिया है। हालांकि ट्रस्ट और उसके बाद मंदिर बनने में अभी काफी समय है, मगर उससे पहले ही भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या का कायाकल्प करने का खाका तैयार कर लिया गया है।

फैसले के बाद अयोध्या के विकास का मॉडल दुनियाभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के मद्देनजर किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि अभी से अयोध्या में इधर-उधर घूम रहे गाइड्स को स्पेशल ट्रेनिंग दिया जा रहा है। अवध विश्वविद्यालय में इसके लिए एक ट्रेनिंग कैंप भी स्टार्ट कर दिया गया है। ट्रेनिंग कैंप के जरिए देश-विदेश की करीब 35 भाषाओं के गाइड तैयार किए जा रहे हैं। फैसले के बाद अयोध्या में पर्यटकों की बढ़ती आवाजाही से यहां के लोग खासे उत्साहित हैं। यहां के नाविकों, कुलियों, टैक्सी ड्राइवरों व गाइडों को खास तरीके से तैयार किया जा रहा है। अब ये भी विदेशी तर्ज पर स्मार्ट तरीके से अंग्रेजी बोलते हुए नजर आएंगे।

35 भाषाओं के गाइड्स की चल रही ट्रेनिंग


अवध विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने बताया, "यहां देश के विभिन्न इलाकों से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ गई है। फैसले के बाद अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अयोध्या में विदेशी पर्यटकों की भी संख्या बढ़ने वाली है। ऐसे में ट्रेंड गाइड्स का होना जरूरी है।" उन्होंने बताया, "विभिन्न भाषाओं की ट्रेनिंग देकर गाइड्स को ट्रेंड किया जा रहा है। ताकि वे गैर हिंदी भाषी क्षेत्रों और विदेशी पर्यटकों को अयोध्या के इतिहास और विरासत से रूबरू करा सकें।" नाविकों को भी बेहतर बनाने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। उन्हें सरयू में पर्यटकों को घुमाने के दौरान आपातकालीन स्थिति और उससे निपटने का प्रशिक्षण दिया गया।

कुली भी बोलेंगे अंग्रेजी


फैजाबाद और अयोध्या में रेलवे स्टेशन के कुलियों को भी ट्रेनिंग दी जा रही है। पढ़े-लिखे कुलियों को विभिन्न भाषाओं की ट्रेनिंग दी जा रही है। अवध विश्वविद्यालय की एक टीम इसके लिए काम कर रही है। कुलियों को अलग-अलग भाषाओं के बारे में बताया जा रहा है।

शहर में साफ़-सफाई को लेकर जागरूकता


अयोध्या में दुकानदारों, होटलों और रेस्टोरेंट कारोबारियों से साफ-सफाई रखने की अपील की जा रही है। इसके पीछे वजह ये है कि बाहर से आने वाले पर्यटकों के सामने अयोध्या के धार्मिक महत्व के साथ ही साफ-सुथरी छवि पेश हो।

टैक्सी में मिलेगा माउथ फ्रेशनर


अयोध्या और फैजाबाद में टैक्सी ड्राइवरों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें सीट बेल्ट बांधने, टैक्सी में विशेष खुशबू का एयर फ्रेशनर रखने, टॉफी या माउथ फ्रेशनर रखने को कहा जा रहा है। माना जा रहा है कि विदेश से अयोध्या घूमने आए सैलानियों को यहां अपने देश की तरह सुविधाएं मिले।

Share this article
click me!